The Haryana
All Newsअंबाला समाचारकरनाल समाचारकुरुक्षेत्र समाचारकैथल समाचारचुनाव 2024महेंद्रगढ़ समाचारराजनीतिवायरलहरियाणा

हरियाणा में BJP के ऑब्जर्वर अमित शाह क्यों?:सैनी के मुकाबले विज की CM दावेदारी, अहीरवाल से मुख्यमंत्री कुर्सी की मांग समेत 3 वजहें

(गौरव धीमान) हरियाणा में 90 में से 48 सीटें जीतकर बहुमत मिलने के बाद BJP से नायब सैनी CM चेहरे के तौर पर लगभग कन्फर्म हैं। इसके बावजूद मध्यप्रदेश के CM मोहन यादव के साथ केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को ऑब्जर्वर बना BJP ने कई सियासी चर्चाओं को जन्म दे दिया है। ऐसा इसलिए, क्योंकि शाह ने ही चुनाव से पहले पंचकूला में मंच से कहा था कि ये चुनाव नायब सैनी की अगुआई में लड़ेंगे। अब 17 अक्टूबर के शपथग्रहण से एक दिन पहले 16 अक्टूबर को शाह का आना कई संकेत दे रहा है।

1. अनिल विज की CM पद की दावेदारी

विधायक दल की मीटिंग में नायब सैनी के दोबारा CM बनने में कोई पेंच है तो वह अंबाला कैंट से 7वीं बार MLA बने अनिल विज हैं। विज चुनाव प्रचार के दौरान दावा ठोक चुके हैं कि वह सीनियर हैं। सीनियरिटी के हिसाब से वह इस बार मुख्यमंत्री पद का दावा करेंगे। विधायक दल की मीटिंग में विज, सैनी के नाम के खिलाफ हुए तो फिर शाह को उन्हें संभालना होगा। इससे पहले भी जब मार्च महीने में मनोहर लाल खट्‌टर की जगह नायब सैनी को विधायक दल का नेता चुना गया तो विज मीटिंग छोड़कर चले गए थे। BJP के अंदरूनी सूत्रों की मानें तो फिलहाल सैनी को CM चेहरे से बदलने की कोई सूरत नजर नहीं आती, लेकिन भाजपा 2014 में मनोहर लाल खट्‌टर को लाकर चौंका चुकी है।

2. अहीरवाल बेल्ट के विधायकों का रुख

CM चेहरे को लेकर दूसरा मुद्दा अहीरवाल बेल्ट का है। यहां से इस बार BJP ने 11 में से 10 सीटें जीती हैं। अहीरवाल बेल्ट से लगातार मांग उठ रही है कि वहां से CM चेहरा होना चाहिए। इसकी वजह ये भी है कि 2014 में BJP यहां से सारी 11 सीटें जीती तो 47 सीटों के साथ बहुमत आया था। 2019 में BJP यहां से 8 सीटें जीती तो 46 के बहुमत से कम 40 पर रह गई। यही वजह है कि केंद्रीय राज्य मंत्री राव इंद्रजीत कह चुके हैं कि उन्होंने अपना काम कर दिया, अब पार्टी को संज्ञान लेना चाहिए। शाह की मौजूदगी के जरिए इसे भी देखा जा सकता है कि अगर सैनी सीएम बने तो फिर वहां के विधायकों का क्या रुख रहता है।

3. मंत्रीपद की दावेदारी

BJP बहुमत पार जरूर आई है लेकिन इस बार मंत्रिमंडल में कौन-कौन होगा, इसको लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं है। खासकर, चुनाव में RSS के इन्वॉल्व और उनसे जुड़े कुछ चेहरों के विधायक चुने जाने के बाद उनका भी नंबर आ सकता है। कुछ ऐसे विधायक भी हैं, जिनकी पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्‌टर से नाराजगी रही। इसके अलावा राव इंद्रजीत भी अहीरवाल बेल्ट से 2 से 3 मंत्री पद की मांग कर रहे हैं। ऐसे में योग्य मंत्रीपद से न चूके और इसके विरोध में किसी तरह की बड़ी कॉन्ट्रोवर्सी न हो, इसलिए शाह इसे मैनेज करेंगे।

Related posts

पानीपत के 13 पुलिसकर्मियों को ड्रील पनिशमेंट: जांच के दौरान बरतीं लापरवाही

The Haryana

2 मकानों और एक मोबाइल दुकान से लाखों का सामान ले उड़े चोर

The Haryana

हरियाणा में पूर्व डिप्टी स्पीकर के बगावती तेवर, बोलीं-जनता राजशाही नहीं चाहती, चलने भी नहीं देंगे, राव इंद्रजीत सिंह की बेटी को टिकट की संभावना पर भड़कीं

The Haryana

Leave a Comment

error: Content is protected !!