जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव एवं मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी दानिश गुप्ता ने बताया कि जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष एवं जिला एवं सत्र न्यायधीश नरेश कत्याल की देखरेख में शनिवार को न्यायिक परिसर में राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया।
लोक अदालत में जिला एवं सत्र न्यायधीश नरेश कत्याल, अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायधीश एवं प्रधान न्यायधीश पारिवारिक न्यायालय गगनदीप कौर, जिला एवं सत्र न्यायधीश कृष्णकांत, अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायधीश पुरषोतम, तरणजीत कौर व नताशा शर्मा, सिविल न्यायाधीश (सिनियर डिवीजन) प्रवेश सिंगला, मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी रजनी कौशल, सिविल न्यायाधीश (जूनियर डिवीजन)अश्वनी गुप्ता, सिविल न्यायाधीश (जूनियर डिवीजन)अनिता रानी, कैथल के सिविल न्यायाधीश (जूनियर डिवीजन) प्रमोद कुमार, अतिरिक्त सिविल न्यायाधीश (सिनियर डिवीजन) दवेन्द्र , सिविल न्यायाधीश (जूनियर डिवीजन)ईशा गर्ग, गुहला डिविजन और जन उपयोगी अदालत के बैंच गठित किए गये थे।
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव एवं मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी दानिश गुप्ता ने बताया कि इस राष्ट्रीय लोक अदालत तहत प्री राष्ट्रीय लोक अदालत जो कि गत 8 फरवरी से 11 मार्च 2022 रखी गई थी, उसमें कुल 3971 लंबित मामलों को रखा गया था, जिसमें से 2780 मामलों का निपटारा किया गया।
उन्होंने बताया कि शनिवार को राष्ट्रीय लोक अदालत में 3537 लंबित मामलों को रखा गया, जिनमें से 1054 मामलों का निपटारा किया गया। कुल मुबलिक 8 करोड़ 83 लाख 37 हजार 175 रुपये की राशि के विभिन्न आपराधिक, एन आई एक्ट, बैंक रिकवरी, मोटर वाहन, श्रम से संबंधित विवाद मामले, राजस्व मामले अन्य मामलों का इस राष्ट्रीय लोक अदालत के माध्यम से निपटारा किया गया है।
इसके साथ ही उन्होने यह भी बताया कि जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की हैल्पलाईन नम्बर 01746-235759 पर किसी भी तरह की कानूनी या सामाजिक समस्या के बारें में भी बात कर सकते हैं।