(गौरव धीमान)हरियाणा के रेवाड़ी जिले में 12 अक्टूबर को दशहरा पर्व मनाया जाएगा। इस दौरान बेरली कलां गांव में रावण का सबसे ऊंचा पुतला जलाया जाएगा। यहां दहन के लिए 125 फीट ऊंचा पुतला तैयार किया गया है। रावण दहन कार्यक्रम में कोसली से नवनिर्वाचित विधायक अनिल यादव मुख्य अतिथि होंगे। रावण का पुतला आज शाम क्रेन की मदद से खड़ा किया जाएगा। वहीं, रेवाड़ी शहर में सचिवालय के पीछे स्थित हुडा ग्राउंड में रावण दहन कार्यक्रम होगा। यहां दो रामलीला कमेटियों के 60 फीट ऊंचे रावण अलग-अलग स्थापित किए जाएंगे।
आजादी से पहले क्लब का गठन हुआ
बेरली कलां गांव में सर छोटे लाल रामलीला क्लब की तरफ से 125 फीट ऊंचे रावण का निर्माण कराया गया है। आजादी से पहले इस क्लब का गठन हुआ था। तभी से यहां रामलीला का भी मंचन किया जा रहा है। यहां की रामलीला में 10 साल के बच्चे से लेकर 80 साल के बुजुर्ग तक विभिन्न किरदार निभाते हैं। खास बात यह है कि हर साल यहां जिले का सबसे ऊंचा रावण भी दहन किया जाता है। दो साल पहले 151 फीट ऊंचे रावण के पुतले का गांव में दहन किया गया था। इस बार रावण की ऊंचाई कुछ कम की गई है। 125 फीट का रावण बनकर तैयार है। क्लब के प्रधान जयवीर ने बताया कि रावण निर्माण में करीब डेढ़ लाख रुपए का खर्च आया है तथा पंद्रह दिनों में यह बनकर तैयार हुआ है।
बेरली कलां के रावण की खास बातें
रावण का मुंह 20 फीट, मुकुट 17 फीट, ऊपर लगने वाला छत्र 24 फीट, धड़ 70 फीट और पैरों की लंबाई 20 फीट है। यहां होने वाले रावण दहन कार्यक्रम को देखने के लिए आसपास के तकरीबन 20 से ज्यादा गांवों के लोग पहुंचते हैं।
रेवाड़ी हुडा ग्राउंड में 60 फीट ऊंचे रावण के दो पुतलों का होगा दहन
वहीं शहर की बात करें तो श्री घंटेश्वर महादेव मंदिर आदर्श रामलीला के पदाधिकारी याद के सुगंध ने बताया कि समिति को रावण दहन की परमिशन मिल चुकी है। हुडा ग्राउंड में पुतले का दहन किया जाएगा। रावण का पुतला रोहतक से तैयार कराया गया है। जो देर रात तक पहुंच जाएगा। इसे शनिवार को मैदान पर लगा दिया जाएगा। बता दें कि हर वर्ष यहां पर श्री घंटेश्वर महादेव मंदिर आदर्श रामलीला व युनाइटेड क्लब रामलीला समितियों की तरफ से रावण के पुतले का दहन कराया जाता है।
शहर में भी तैयार हो रहे रावण के छोटे पुतले
रेवाड़ी शहर के हर चौक-चौराहे पर भी रावण के छोटे-बड़े पुतले तैयार किए जा रहे हैं। क्योंकि छोटे-छोटे पुतले शहर की गली-मोहल्ले में भी दहन किए जाते हैं। ऑर्डर पर पुतले तैयार करने के साथ ही बनाकर भी रखे जा रहे हैं। शहर के कृष्णा नगर, पुरानी तहसील, छीपटवाड़ा, रेलवे कॉलोनी के अलावा दर्जनभर जगह पर छोटे-छोटे पुतलों का दहन किया जाएगा।