रेवाड़ी शहर में वकीलों के चैंबर कॉम्प्लेक्स की नई बिल्डिंग की जालियां मंगलवार को टूट कर गिर गई। जिससे नीचे खड़ी 2 कारें क्षतिग्रस्त हो गई। बिल्डिंग को बने हुए 1 साल भी नहीं हुआ है। ऐसे में वकीलों ने घटिया सामग्री लगाने का आरोप लगाया है।
बता दें कि एक साल पहले 11 करोड़ रुपए से ज्यादा की राशि से कोर्ट परिसर के पीछे हुड्डा मैदान की खाली पड़ी जमीन पर वकीलों के लिए चैंबर कॉम्प्लेक्स बनाया गया था। इसमें काफी सारे चैंबर बनाए गए हैं। बिल्डिंग की सुंदरता के लिए यहां डिजाइन वाली महंगी कीमत की जालिया लगाई गई है।
मंगलवार दोपहर अचानक इस नई बिल्डिंग से एका-एक कई जालियां गिर गई, जिससे नीचे खड़ी एक वकील और टाइपिस्ट की कार पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। सूचना के बाद चैंबर में मौजूद वकील बाहर निकले और इसकी सूचना बार एसोसिएशन के प्रधान शमशेर यादव को दी। वकीलों का कहना है कि संयोगवश हादसे के वक्त नीचे कोई नहीं था। वरना बड़ा हादसा भी हो सकता था।
एडवोकेट मोनू राव के अलावा अन्य वकीलों ने बिल्डिंग के निर्माण पर सवाल खड़े कर दिए हैं। वकील मोनू राव ने कहा कि एक साल से भी कम वक्त में इस तरह बिल्डिंग का दरकना अपने आप में बड़ा सवाल है। उन्होंने पूर्व प्रधान पर भी सवाल खड़ा किया। उन्होंने कहा कि उस वक्त जो 18-20 वकीलों की कमेटी बनाई गई थी।
उस कमेटी के हिसाब से ही सबकुछ किया गया। वकीलों से चैंबर की पूरी फीस ली गई। उसके बावजूद निर्माणकार्य में घटिया सामग्री लगाई गई। एक अन्य वकील ने कहा कि इस बिल्डिंग को बनाने की प्रक्रिया में काफी खामियां रही। मनमर्जी से बिल्डर को ठेका दिया गया और आज उसका रिजल्ट भी सामने आ गया है।