( गगन थिंद) 2024 में भारतीय शेयर बाजार के प्रमुख निवेशकों की संपत्ति में बड़े बदलाव देखने को मिले। जहां अशीष कचोलिया और मुकुल अग्रवाल जैसे निवेशकों की संपत्ति में भारी वृद्धि हुई, वहीं राधाकिशन दमानी और हेमेंद्र कोठारी जैसे दिग्गजों को बड़े नुकसान का सामना करना पड़ा। झुनझुनवाला परिवार के लिए यह साल कैसा रहा, आइए जानते हैं।
भारत के सबसे अमीर निवेशकों में शुमार अशीष कचोलिया और मुकुल अग्रवाल ने अपनी संपत्ति में उल्लेखनीय बढ़ोतरी देखी. कचोलिया की संपत्ति 88 फीसदी बढ़कर 2,247 करोड़ रुपये हो गई, जबकि दमानी की संपत्ति 2 लाख करोड़ रुपये से घटकर 1.63 लाख करोड़ रुपये रह गई. मनीकंट्रोल की एक खबर के मुताबिक नीचे टेबल में सबकी संपत्ति घटने-बढ़ने की जानकारी दी गई है-
मनीकंट्रोल की रिपोर्ट के मुताबिक, अशीष कचोलिया की संपत्ति दिसंबर 2023 में 1,191 करोड़ रुपये थी और 17 दिसंबर 2024 तक यह बढ़कर 2,247 करोड़ रुपये हो गई. मुकुल अग्रवाल की संपत्ति भी 46 फीसदी बढ़कर 6,909 करोड़ रुपये हो गई, जो पिछले साल 4,741 करोड़ रुपये थी. इसी तरह, आकाश भंसाली की संपत्ति 43 बढ़कर 7,933 करोड़ रुपये पहुंच गई.
अनुज शेठ और नीमिश शाह का क्या रहा
अनुज शेठ, युसुफ़ अली अब्दुल कादर, नीमिश शाह और अशीष धवन जैसे निवेशकों ने भी इस साल अपनी संपत्ति में 25 से 30 फीसदी तक की वृद्धि दर्ज की. ये आंकड़े बताते हैं कि कैसे कुछ निवेशकों ने शेयर बाजार के मौकों का फायदा उठाकर अपनी संपत्ति को नई ऊंचाई तक पहुंचाया.
दिग्गजों को हुआ नुकसान
दूसरी ओर, राधाकिशन दमानी और हेमेंद्र कोठारी जैसे अनुभवी निवेशकों को नुकसान झेलना पड़ा. दमानी की संपत्ति 2 लाख करोड़ से गिरकर 1.63 लाख करोड़ रुपये हो गई, जो मुख्यतः एवेन्यू सुपरमार्ट्स के स्टॉक मूल्य में गिरावट और वीएसटी इंडस्ट्रीज में हिस्सेदारी घटाने के कारण हुआ. हेमेंद्र कोठारी की संपत्ति में गिरावट का कारण अल्काइल एमाइंस केमिकल्स और सोनाटा सॉफ्टवेयर के स्टॉक्स में क्रमशः 25 और 10 फीसदी की गिरावट रही.
झुनझुनवाला फैमिली का क्या रहा
झुनझुनवाला परिवार की लिस्टेड कंपनियों में संपत्ति में मामूली 3 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई, जो 52,948 करोड़ रुपये तक पहुंची. टाइटन, स्टार हेल्थ और टाटा मोटर्स जैसे मुख्य निवेशों के खराब प्रदर्शन ने इनकी संपत्ति में अधिक बढ़ोतरी को रोक दिया.