( गगन थिंद ) हिसार की चर्च में क्रिसमिस की तैयारियों से पहले चर्च परिसर में बने कब्रिस्तान में शव दफनाने को लेकर हंगामा हो गया. मौके पर पुलिस को बुलाना पड़ा. पुलिस की मौजूदगी में कब्र तैयार कराई गई और फिर पुलिस बल की तैनाती में ही शव का अंतिम संस्कार किया गया. यहां पर लोगों ने शव को दफनाने का विरोध किया था. हिसार की महाबीर कालोनी में रहने वाली इसाई समुदाय की एक महिला का मंगलवार निधन हो गया. महिला के परिजनों ने चर्च के पास्टर को फोन कर इस बारे में सूचना दी और सुबह जब पास्टर ने कब्रिस्तान में खोदाई शुरु कराई तो चर्च परिसर में ही नर्सरी चलाने वाले लोगों ने विरोध शुरू कर दिया. पास्टर ने कहा कि यह जमीन चर्च की है. करीब 135 साल से चर्च यहां पर स्थापित है. नर्सरी को बाद में शुरू हुई और इससे जुड़े विवाद में केस चल रहा है.
नर्सरी चलाने वाले हरिओम ने कहा कि यह हमारी नर्सरी की जमीन है और इस पर हम खोदाई नहीं करने देंगे. हमारा कोर्ट में केस चल रहा है और हमारे पास अदालत के कागज हैं. बाद में दोनों पक्षों में बहस होने पर पुलिस को मौके पर बुलाना पड़ा. सिविल लाइन थाना पुलिस के एसएचओ ने मौके पर पहुंच कर दोनों पक्षों से बातचीत की और इसके बाद कब्र खोदी गई और फिर दोपहर बाद पुलिस बल की मौजूदगी में महिला के शव को दफनाया गया. पुलिस ने बताया कि जगह नगर निगम के पास थी और मामला कोर्ट में चल रहा है. एसएचओ दलबीर पुनिया ने बताया कि महिला के शव को दफनाने को लेकर विवाद हुआ था, जिसे सुलझा लिया गया था.