( गगन थिंद ) कुरूक्षेत्र जिले के विश्वविद्यालय में वीरवार को राज्य स्तरीय वीर बाल दिवस का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर हरियाणा मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने शिरकत की। इस अवसर पर सीएम सैनी ने कहा कि जब बच्चों के खेलने-कूदने का समय होता है, उस समय इन बच्चों ने देश और राष्ट्र धर्म की रक्षा के लिए अपने आपको कुर्बान करके बड़ी शहादत दी है।
सीएम ने पीएम का जताया आभार
उन वीरों को जब भी याद किया जाता है, हर किसी की जुबान से निकियां जिंदा वर्डा साखां शब्द निकलते हैं। नन्हें बच्चों ने बड़ा बलिदान दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार जताना चाहूंगा, जिन्होंने इन बच्चों को सच्ची श्रद्धांजलि देते हुए हर वर्ष इस दिन को वीर बाल दिवस के रूप में मनाने का फैसला लिया।
शहादत को भुलाना नहीं जा सकता
प्रदेश सरकार की ओर से कुरूक्षेत्र विश्वविद्यालय के ऑडिटोरियम हाल में छोटे साहिबजादे बाबा जोरावर सिंह और बाबा फतेह सिंह के बलिदान दिवस पर राज्य स्तरीय वीर बाल दिवस कार्यक्रम आयोजित कर श्रद्धांजलि दी गई। सीएम ने कहा कि गुरु साहिबान कहते हैं- सुरा सो पहचानिए, जो लड़े धीन के हित, पुर्जा-पुर्जा कट मरे कबहूं न छोड़े खेत। ऐसे शूरवीरों की शहादत को कभी भुलाया नहीं जा सकता।
वीर गाथा पर लिखी पुस्तक का किया विमोचन
नायब सिंह सैनी कहा कि देश और धर्म पर कुर्बान होने वाले साहिबजादे बाबा जोरावर सिंह और बाबा फतेह सिंह की याद में इस पावन धरा पर आने का अवसर मुझे मिला है। मैं दोनों साहिबजादों को नमन और प्रमाण करता हूं, जिनके बलिदान की कहानी को जितनी बार सुनेंगे, पढ़ेंगे और जानेंगे, उतनी बार ही हम और आप राष्ट्रहित में योगदान देने के लिए बड़ी से बड़ी कुर्बानी देने के लिए तत्पर रहेंगे। इस अवसर पर मुख्यमंत्री द्वारा साहिबजादों की वीर गाथा पर लिखी पुस्तक का विमोचन भी किया।