( गगन थिंद ) कैथल जिले के एसपी राजेश कालिया की मुश्किलें बढ़ सकती हैं. गुहला विधायक के बार बार फोन करने पर भी कैथल एसपी द्वारा विधायक की फोन कॉल्स ना उठाने पर अब विधायक ने एसपी की शिकायत विधानसभा की विशेषाधिकार समिति से की है. विधायक ने आरोप लगाया है कि एसपी उनका फोन नहीं उठाते हैं. एक पत्र विधायक ने एसपी के खिलाफ विधानसभा स्पीकर को भेजा है.
गुहला से कांग्रेस विधायक देवेंद्र हंस ने 25 बार कॉल की, लेकिन कैथल SP ने नहीं उठाई. जन सुनवाई के दौरान लोगों की समस्याओं को लेकर विधायक देवेंद्र हंस ने कैथल SP को कॉल की थी. गुहला से कांग्रेस विधायक देवेंद्र हंस ने विधानसभा की विशेषाधिकार समिति को पत्र लिखा और बताया कि उन्होंने 2 दिन में 20 से अधिक बार फोन किया, लेकिन SP ने एक भी बार कॉल नहीं उठाई. विधानसभा स्पीकर हरविंदर कल्याण को शिकायत दी गई, जिन्होंने कार्रवाई का आश्वासन दिया है. इससे कैथल SP की मुश्किलें बढ़ सकती हैं.
गुहला विधायक देवेंद्र हंस जन समस्याएं सुन रहे थे, तभी किसी फरियादी की समस्या के लिए उन्होंने कैथल के SP राजेश कालिया को कॉल की, लेकिन उन्होंने कॉल नहीं उठाई. विधायक ने दोबारा कॉल की, फिर भी एसपी ने कॉल नहीं उठाई.
विधानसभा स्पीकर को पत्र में विधायक ने क्या क्या लिखा
देवेंद्र हंस ने शिकायत में कहा: “माननीय अध्यक्ष महोदय, इस पत्र के माध्यम से आपके ध्यान में लाना चाहता हूं कि पुलिस विभाग संबंधी अनेकों शिकायतें मेरे कार्यालय में लगातार आती रहती हैं. 2 दिसंबर 2024 को एक शिकायत के साथ कुछ लोग मेरे कार्यालय में आए थे. उस विषय पर बातचीत करने के लिए जब एसपी कैथल राजेश कालिया से संपर्क साधने का प्रयास किया गया, तो उन्होंने फोन नहीं उठाया. 2 दिसंबर से 3 दिसंबर के बीच मैंने 20 से अधिक बार फोन किया, लेकिन एसपी ने न तो फोन उठाया और न ही वापिस संपर्क किया. उनके रीडर से संपर्क करने पर बताया गया कि एसपी साहब अपने कार्यालय में हैं और लैंडलाइन पर संपर्क करने के लिए कहा गया. लैंडलाइन पर संपर्क करने पर बताया गया कि एसपी साहब एक बैठक में हैं.
लोगों के हित में कार्रवाई करें-विधायक
अध्यक्ष महोदय, गुहला की जनता ने मुझे 64611 वोट देकर अपना प्रतिनिधि चुना है और 22880 वोट से मेरी जीत हुई है. मैं जनता के प्रतिनिधि के रूप में अपने दायित्व को निष्ठा से निभाना चाहता हूं, लेकिन पुलिस अधीक्षक का यह व्यवहार और असहयोग मेरी विधानसभा की जनता के हितों में अवरोध पैदा करता है. यह हरियाणा विधानसभा प्रक्रिया के नियम में उल्लिखित प्रोटोकॉल मानदंडों का उल्लंघन है. अध्यक्ष महोदय, आपसे निवेदन है कि इस विषय को गंभीरता से लेकर गुहला विधानसभा के लाखों लोगों के हितों को ध्यान में रखते हुए उचित कार्यवाही करें.”