( गगन थिंद ) हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग (HSSC) द्वारा आयोजित होने वाली ग्रुप C और D पदों की भर्ती के लिए कॉमन एलिजिबिलिटी टेस्ट (CET) की तिथि में देरी हो रही है। राज्य सरकार और आयोग की ओर से जरूरी संशोधन किए गए थे, लेकिन अब तक परीक्षा की तिथि तय नहीं हो पाई है। इस देरी के पीछे कई कारण हैं, जिनमें बोर्ड परीक्षा, निकाय चुनाव, वन टाइम रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया, और परीक्षा आयोजित करने के लिए एजेंसी का चयन शामिल है। इसके चलते, CET की तिथि की घोषणा में और देरी हो सकती है।
- वन टाइम रजिस्ट्रेशन: अब आयोग ने यह निर्णय लिया है कि CET के लिए एक बार रजिस्ट्रेशन होगा। अगर किसी उम्मीदवार ने 10वीं की परीक्षा पास की है, तो वह एक बार रजिस्ट्रेशन कराएगा। इसके बाद 12वीं पास करने पर केवल मार्कशीट अपडेट करनी होगी। इस प्रक्रिया में करीब डेढ़ महीने का समय लग सकता है, जिससे परीक्षा में देरी की संभावना है।
- फरवरी-मार्च में बोर्ड परीक्षाएं: राज्य में फरवरी और मार्च के महीने में बोर्ड परीक्षा होने वाली हैं, जिसके कारण परीक्षा केंद्रों की उपलब्धता पर असर पड़ेगा। यदि CET जल्दी आयोजित किया जाता है, तो भी यह संभावना है कि परीक्षा केंद्रों की उपलब्धता के कारण परीक्षा मार्च के अंत या अप्रैल के पहले सप्ताह में हो सकेगी।
- निकाय चुनाव: इस वर्ष हरियाणा में निकाय चुनाव भी होने हैं, और चुनावों के शेड्यूल में देरी हो रही है। चुनाव के कारण CET परीक्षा में देरी हो सकती है, क्योंकि चुनाव की तैयारियों के चलते प्रशासनिक संसाधनों का ध्यान उस पर होगा। फरवरी के दूसरे सप्ताह में चुनावों का शेड्यूल जारी होने की संभावना है।
- एजेंसी का चयन: पिछली बार NTA (नेशनल टेस्टिंग एजेंसी) द्वारा CET आयोजित किया गया था, लेकिन इस बार परीक्षा आयोजित करने के लिए एजेंसी का चयन अभी तक नहीं हुआ है। इस पर निर्णय प्रक्रिया जारी है, जिससे परीक्षा आयोजन में देरी हो सकती है।
राज्य सरकार और आयोग द्वारा पहले 31 दिसंबर तक CET आयोजन करने की योजना थी, लेकिन पॉलिसी में संशोधन के कारण यह नहीं हो सका। अब परीक्षा केंद्रों के चयन और अन्य व्यवस्थाओं पर काम चल रहा है, जिससे परीक्षा की तारीख तय होने में और वक्त लग सकता है।