कैथल, 17 जनवरी ( ) उपायुक्त प्रदीप दहिया ने कहा कि जिला प्रशासन के संज्ञान में आया है कि कई अस्पताल संचालक बायोमैडिकल वेस्ट का नियमानुसार सही से निष्पादन नहीं कर रहे हैं, जोकि इंसान के स्वास्थ्य के दृष्टिगत ठीक नही है। भविष्य में बायोमैडिकल वेस्ट का सही से निष्पादन नहीं करने वाले अस्पतालों के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। मुख्यमंत्री घोषणा के अनुसार शहर के विकास कार्यों के लिए 7 करोड़ 80 लाख रुपये के टैंडर लगा दिए गए हैं। टैंडर प्रक्रिया पूरी होने पर सभी विकास कार्यों को गुणात्मक पूरा करवाने की प्रक्रिया को अमलीजामा पहनाया जाएगा। जिला में कोविड-19 से सुरक्षा कवच प्रदान करने हेतू आमजन को टारगेट पूरा करते हुए पहली डोज लगाई जा चुकी है, जिसका प्रतिशत 102 बनता है, जबकि दूसरी डोज का ग्राफ 75 प्रतिशत से अधिक है।
उपायुक्त प्रदीप दहिया सोमवार को कोयल कॉम्पलैक्स के हॉल में प्रेसवार्ता कर रहे थे। इस मौके पर उनके साथ पुलिस अधीक्षक लोकेंद्र सिंह, आईपीएस अधिकारी प्रबीना.पी, जिप सीईओ सुरेश राविश, सीटीएम गुलजार अहमद, डीआईपीआरओ धर्मवीर सिंह, डीडीए डॉ. कर्मचंद, ईओ कुलदीप मलिक आदि मौजूद रहे। डीसी प्रदीप दहिया ने कहा कि जिला प्रशासन सुशासन मुक्त व्यवस्था देने की दिशा में प्रतिबद्धता से कार्य कर रहा है। कोविड-19 के चलते और ओमिक्रॉन के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए जिला में स्वास्थ्य सेवाओं के दृष्टिगत सभी इंतजाम मुक्कमल किए गए हैं। भविष्य की जरूरत को मद्देनजर रखते हुए 100 बैड का पोर्टेबल अस्पताल तैयार किया गया है। इसके साथ-साथ ऑक्सीजन प्लांट के माध्यम से पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन भी उपलब्ध है। जिला में वैक्सीनेशन का कार्य पूरे जोरों पर चल रहा है। लोगों की स्वास्थ्य से संबंधित सुरक्षा के लिए थोड़ी सख्ती भी जरूरी है, जोकि सभी के हित में है। किसी भी विभाग में भ्रष्टाचार बर्दास्त नही किया जाएगा। अगर कोई अधिकारी व कर्मचारी इस तरह की गतिविधि में संलिप्त पाया गया तो बिना देर किए आवश्यक कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
उपायुक्त ने कहा कि वैक्सीनेशन के कार्य में जिला प्रशासन ने अहम रोल अदा किया है और साथ ही शहर की सामाजिक व धार्मिक संस्थाओं, मीडिया ने भी बढ़चढ़ कर इस कार्य में सहयोग दिया है, जिससे वैक्सीनेशन अभियान अपने टारगेट को पूरा कर रहा है। कोरोना के दृष्टिïगत जिला में स्थिति नियंत्रण में है। वैक्सीनेशन से संबंधित जो भ्रांतियां लोगों में थी, वो भी दूरी हुई हैं और अब लोग आगे आकर स्वयं ही टीकाकरण करवा रहे हैं। टीकाकरण के कार्य में 15 से 18 वर्ष के बच्चों को भी वैक्सीनेट किया जा रहा है, जो बच्चे वैक्सीनेशन नही लगवा रहे, उनकी काउंसलिंग भी की जा रही है। जिला में 60 हजार 752 बच्चों को वैक्सीनेट करने का लक्ष्य है। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने पूरी संजीदगी से क्षेत्र में रहकर कार्य किया है और हरियाणा वासियों को कोरोना महामारी से बचाया है।