कैथल । गांव कौल निवासी 33 वर्षीय युवक कुलदीप सिंह से 16 लाख रुपये लेकर फर्जी वीजा के माध्यम से दुबई भिजवाने के मामले में दिल्ली से गिरफ्तार जोगिद्र सिंह पिछले चार सालों से पिहोवा कस्बा के गांव उस्मानपुर निवासी अपने साथी सुरजीत सिंह के साथ मिलकर यह धंधा कर रहा था। जोगिद्र भी गांव कौल का ही रहने वाला है और वह चार भाइयों में दूसरे नंबर का है। वह आठवीं कक्षा तक ही पढ़ा है। आरोपित जोगिद्र ट्यूबवेल मोटर मिस्त्री का भी काम करता है। जोगिद्र के परिवार के पास चार एकड़ जमीन है। उसके हिस्से में एक एकड़ जमीन आती है। वहीं दुबई जाने वाला कुलदीप सिंह 12वीं कक्षा तक पढ़ा है, उसके पिता फलों की रेहड़ी लगाते हैं। घर की गरीबी को दूर करने के लिए ही कुलदीप ने विदेश जाने को लेकर जोगिद्र व सुरजीत सिंह के साथ यह सौदा तय किया था। फर्जी वीजा मामले में पकड़े गए जोगिद्र को लेकर गांव में चर्चा है, लेकिन परिवार वाले इस बारे में कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है, जोगिद्र के माता-पिता व भाइयों का कहना है कि उन्हें इस बारे में कोई जानकारी ही नहीं है। बताया जा रहा है कि आरोपित दोनों एजेंट इससे पहले भी कई युवकों को विदेश भिजवा चुके हैं।