हरियाणा के हिसार में कोर्ट के साथ ही धोखाधड़ी हो गई है। धोखाधड़ी करने वाला फ्रैंक जोसेफ नामक नाइजीरियन है, जिसे एसटीएफ द्वारा 19 अप्रैल 2021 को एक करोड़ की हेरोइन तस्करी मामले में गिरफ्तार किया गया था। गिरफ्तारी के बाद जोसेफ को कोर्ट में पेश करके हिसार सेंट्रल जेल भेज दिया गया। जोसेफ कोर्ट से जमानत लेकर रिहा हुआ था और उसके बाद से केस की सुनवाई पर हाजिर नहीं हुआ है।
कोर्ट ने जब उसके दस्तावेज खंगाले तो हैरान करने वाला खुलासा हुआ है। जिन लोगों के कागजात जोसेफ के जमानतदाता व पहचानकर्ता के तौर पर लगाए गए थे उन्होंने कहा कि वह कभी इस मामले में कोर्ट ही नहीं आए हैं। किसी अन्य गिरोह ने जमानतदार पाला राम, राजकुमार और पहचानकर्ता जय भगवान के फर्जी कागजात तैयार करके जोसेफ को जमानत दिलवाई थी। अब कोर्ट के आदेश पर सिविल लाइन थाना पुलिस ने इस मामले में फर्जीवाड़े का केस दर्ज किया गया है।
ये है हेरोइन तस्करी का पूरा मामला
हिसार STF ने 13 अप्रैल 2021 को बरवाला के पास पाबड़ा निवासी प्रदीप व खेदड़ निवासी अश्वनी को एक करोड़ कीमत की हेरोइन के साथ गिरफ्तार किया था। दोनों आरोपियों ने पुलिस पूछताछ में बताया कि वह ये हेरोइन दिल्ली से लेकर आए थे। इसके बाद पुलिस ने हेरोइन सप्लाई मामले में 19 अप्रैल को दिल्ली से नाइजीरियन फ्रैंक जोसेफ को गिरफ्तार कर लिया था। 16 जुलाई को हिसार कोर्ट ने जोसेफ को पालाराम, राजकुमार व जयभगवान की गारंटी पर जमानत पर रिहा किया था।
जब 20 अगस्त की सुनवाई पर जोसेफ कोर्ट में पेश नहीं हुआ तो उसकी जमानत रद्द कर दी गई और पहचानकर्ता और जमानतदाता को नोटिस जारी किए गए। 8 नवंबर को पालाराम, राजकुमार व जयभगवान ने कोर्ट में पेश होकर कहा कि वह कभी भी जोसेफ की जमानत के लिए कोर्ट में पेश नहीं हुए थे। उनके कागजात फर्जी तौर पर जमानत में प्रयोग किए गए हैं। एडीजे वेद प्रकाश सिरोही के आदेश पर हिसार पुलिस ने अब फर्जीवाड़े का केस दर्ज किया है।