फतेहाबाद | हरियाणा के फतेहाबाद में शिक्षण संस्थान खोलने की मांग जोर पकड़ रही है। कोरोना काल में बसें चल रही हैं, दुकानें खुली हैं, ठेके तक खुल गए हैं और राजनीतिक कार्यक्रम लगातार जारी हैं, तो स्कूल कॉलेज क्यों बंद किए हैं। इस सवाल को उठाते हुए संयुक्त छात्र मोर्चा के बैनर तले विद्यार्थियों ने बुधवार को प्रदर्शन कर ज्ञापन भेजा। साथ ही चेतावनी दी कि संस्थान नहीं खोले गए तो छात्र 26 जनवरी को करनाल में सीएम आवास का घेराव करेंगे।
फतेहाबाद में संयुक्त छात्र मोर्चा के बैनर तले छात्र बुधवार को लाल बत्ती चौक पहुंचे और यहां से प्रदर्शन करते हुए लघु सचिवालय तक गए। सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए प्रशासन को ज्ञापन सौंपा। छात्र गुरमेल ढाबी ने चेतावनी दी कि यदि जल्द ही स्कूल कॉलेज नहीं खुले तो 26 जनवरी को करनाल में सीएम के आवास का घेराव करेंगे। इतना ही नहीं विधानसभा का घेराव भी किया जाएगा।
विद्यार्थियों ने कहा कि जब भी कोरोना आता है तो सरकार सबसे पहले स्कूल कॉलेज को बंद कर देती है, जबकि रैलियां, राजनीतिक मीटिंग, ठेके आदि सब खुले रहते हैं तो क्या कोरोना सिर्फ एजुकेशन सिस्टम पर ही हमला करेगा। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि नए साल पर भी सरकार ने विद्यार्थियों को स्कूल कॉलेज बंद कर तोहफ़ा दिया है।
उन्होंने कहा कि ऐसे ही चलता रहा तो देश का एजुकेशन सिस्टम बिल्कुल फेल होकर रह जाएगा। इस पर सरकार गौर करें और जल्द से जल्द एजुकेशन संस्थान खोले। पेपर सिर पर हैं और स्कूल कॉलेज बंद हैं। सरकार द्वारा देर रात महामारी अलर्ट सुरक्षित हरियाणा’ के तहत संशोधित गाइडलाइन जारी। गाइडलाइन में जिम और स्पा 50% कैपेसिटी के साथ ऑपरेट होंगे,शराब की दुकानें रात 10 बजे तक खुली रहेंगी। छात्रों ने इस गाइडलाइन में सवाल उठाए। उन्होंने कहा की रात दस बजे तक ठेके खुल सकते है तो स्कूल,कॉलेज क्यों नही खुल सकते।