हिसार | हरियाणा के शहरी निकाय मंत्री डॉ कमल गुप्ता ने सुबह 9 बजकर 30 मिनट पर हिसार में तोशाम रोड स्थित हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण के दफ्तर पर छापेमारी की. मंत्री की छापेमारी में पूरे दफ्तर में सिर्फ एक ही अधिकारी मौके पर मौजूद मिला. एचएसवीपी प्रशासक समेत तमाम बड़े अधिकारी मौके से गायब मिले. इसके अलावा 80 फीसदी तक क्लर्क स्टाफ सदस्य अपनी ड्यूटी से गायब मिले. मौके से गायब अधिकारी व कर्मचारियों का बचाव करने के लिए अन्य स्टाफ ने उनके मूवमेंट पर होने का बहाना बनाने का प्रयास किया, लेकिन मंत्री ने यहां पर उनको पकड़ लिया.
मंत्री कमल गुप्ता ने खुद हाजिरी रजिस्टर में लाल पेन से उन अधिकारियों व कर्मचारियों की एबसेंट मार्क की. मंत्री ने छापेमारी में यहां पर चल रही बड़ी गड़बड़ियों को पकड़ा है. कई अधिकारी बिना बताए या नोटिस दिए ही दफ्तर से गायब थे तो कईयों की कई दिनों से हाजिरी ही नहीं लगी हुई थी. ऐसा प्रतीत हुआ कि अफसर एक दिन दफ्तर में आकर ही पूरे महीने ही हाजिरी भर रहे हैं.
दफ्तर में एंट्री के साथ ही मेन गेट को बंद करवाया
मंत्री कमल गुप्ता ने दफ्तर में एंट्री के साथ ही मेन गेट को बंद करवा दिया था, ताकि बाद में आने वाले अधिकारी अंदर ना आ सकें. इसके बाद उन्होने करीबन एक घंटे तक पूरे दफ्तर का निरीक्षण कर वहां पर चल रही गड़बड़ियों की जांच की. सबसे पहले मंत्री कमल गुप्ता हुडा प्रशासक राजेश जोगपाल के दफ्तर में पहुंचे और प्रशासक अपनी सीट पर नहीं मिले. इसके बाद उन्होने प्रशासक के चपरासी से पूछा कि सच-सच बताओ कि साहब हर रोज कितने बजे दफ्तर आते हैं. इस पर चपरासी ने कहा कि साढ़े 9 बजे के बाद ही आते हैं. अब वह बीमार हैं, इसलिए दफ्तर नहीं आए हैं. इसके बाद मंत्री ने अन्य अधिकारियों के दफ्तर भी चेक किए और कोई भी अफसर मौके पर नहीं मिला. ईओ के बारे में मंत्री को बताया गया कि वह भिवानी गए हैं. इस पर मंत्री ने कहा कि उनका मूवमेंट रजिस्टर चेक करवाओ. फिर सुपरिटेंडेंट सतबीर सिंह ने कहा कि मूवमेंट रजिस्टर तो लगाया ही नहीं हुआ है. इस पर मंत्री ने कहा कि ये क्या अंधेरगर्दी चल रही है, आपको ये तक पता नहीं है कि आपके अफसर कहां हैं और ना इसकी कोई आधिकारिक सूचना यहा हैं.
तीन दिन की रेकी के बाद की है छापेमारी, कोई नहीं आता समय पर
मंत्री कमल गुप्ता ने कहा कि उन्होने तीन दिनों तक इस दफ्तर की रेकी करवाई है, इसके बाद शुक्रवार सुबह छापेमारी की है. उन्हे पता है कि यहां पर कोई भी अधिकारी मौके पर नहीं आता है. मंत्री ने आदेश दिया कि कोई भी कर्मचारी या अधिकारी हाजिरी रजिस्टर में पी लगाकर हाजिरी नहीं लगाएगा. पी का क्या मतलब है, ये तो कोई दूसरा भी लगा देगा. अधिकारी अपने साइन करके ही हाजिरी लगाएगा. इन कर्मचारियों की हाजिरी लगी हुई थी. मंत्री ने उनकी भी दोबारा से अपने सामने हाजिरी चेक की.