कैथल | मांगों को लेकर करीब डेढ़ माह से हड़ताल कर रहीं आंगनबाड़ी वर्कर्स और हेल्पर्स ने शुक्रवार को वर्कर्स हेल्पर यूनियन की राज्य महासचिव के खिलाफ एफआईआर दर्ज होने पर नाराजगी जताई। इसके विरोध में उन्होंने हरियाणा के कैथल में राज्यमंत्री (कमलेश ढांडा) आवास घेराव के लिए कूच किया, लेकिन इससे पहले पुलिस ने बैरिकेड्स लगाकर प्रदर्शनकारियों को रोक दिया। इस दौरान आंगनबाड़ी कर्मियों ने बैरिकेड्स तोड़कर आगे बढ़ने का प्रयास किया, जिसे लेकर पुलिस से धक्कामुक्की भी हुई। सूचना पर अतिरिक्त पुलिसबल के साथ पहुंचे डीएसपी ने प्रदर्शनकारियों को समझा बुझाकर शांत कराया।
विरोध प्रदर्शन की अगुवाई कर रही ऑल इंडिया आंगनबाड़ी फेडरेशन की राष्ट्रीय अध्यक्ष उषा रानी ने कहा कि आंगनबाड़ी वर्कर हेल्पर यूनियन 44 दिनों से हड़ताल पर है। उनकी मांगों को मानने की बजाय सरकार ने यूनियन की राज्य महासचिव शकुंतला पर मुकदमा दर्ज करवा दिया।
यह उनके आंदोलन को फेल करने की साजिश है, जिसे कामयाब नहीं होने दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार को अगर एफआईआर दर्ज करनी है तो पूरे हरियाणा की 52000 हेल्पर और वर्करों पर करें। अगर जेल में डालना है तो सभी हेल्पर और वर्करों को डाला जाए।
उन्होंने कहा कि जब तक आंगनबाड़ी कर्मियों की मांगों पर सहमति नहीं होगी, तब तक आंदोलन जारी रहेगा। इसके तहत शनिवार 22 जनवरी को गुहला में विधायक ईश्वर सिंह के निवास का घेराव किया जाएगा। साथ ही मांगों से संबंधित ज्ञापन सौंपा जाएगा।
इस अवसर पर रीना, सीआईटीयू नेता नरेश रोहेड़ा, जसबीर सिंह, ओमपाल व बसाऊ राम सहित सैकड़ों की संख्या में वर्कर्स व हेल्पर्स मौजूद थी। आंगनबाड़ी यूनियन की हड़ताल का सर्व कर्मचारी संघ, ग्रामीण सफाई कर्मियों व अन्य संगठनों ने भी समर्थन किया।