हरियाणा सरकार 28 जनवरी से 9वीं से लेकर 12वीं तक के बच्चों के लिए स्कूल खोलने के लिए तैयार नहीं है, जबकि स्कूल खोलने के लिए फाइल सरकार के पास पहुंची हुई है। स्कूलों में 50 प्रतिशत उपस्थिति के साथ शिक्षक ड्यूटी दे रहे हैं। परंतु अभी भी शिक्षकों ने कोरोना की दूसरी डोज नहीं लगाई। प्रदेश के 14,160 स्कूलों में करीब 1,04,169 शिक्षक हैं। इनमें से पहली डोज 13,734 ने ली। जबकि दूसरी डोज 76,363 शिक्षकों ने ली। 14,072 शिक्षक ऐसे हैं, जिन्होंने अभी तक कोई डोज नहीं ली।
प्रदेश के 22 जिलों में से ऐसा कोई भी जिला नहीं है, जिसमें सभी शिक्षकों को कोरोना वैक्सीन लग गई हो। 90 से 95 प्रतिशत कवर करने वाले 10 जिले हैं। 90 से लेकर 84 प्रतिशत लक्ष्य पूरा करने वाले 7 जिले हैं। बाकी 5 जिले 83 से 61 प्रतिशत का लक्ष्य हासिल करने वाले हैं। प्रदेश के नूहं में सबसे कम 61 प्रतिशत शिक्षकों ने ही वैक्सीन लगाई है। जबकि सबसे अधिक झज्जर में शिक्षकों को 95 प्रतिशत वैक्सीन लगी है। शिक्षा विभाग की नजर में 5 जिले आरेंज जोन में हैं, जिसमें सोनीपत, भिवानी, हिसार, रोहतक, मेवात है।
स्कूलों में भी चल रहा है वैक्सीनेशन कार्यक्रम
हरियाणा के स्कूलों में भी 15 से 18 आयु वर्ग के बच्चों को वैक्सीन लगाने का कार्यक्रम चल रहा है। सरकारी स्कूलों में 6 लाख 54 हजार 490 बच्चों में से 4 लाख 40 हजार 720 बच्चों ने वैक्सीन लगवा ली है। करीब 67 प्रतिशत लक्ष्य पूरा हुआ है। सबसे ज्यादा महेंद्रगढ़ में 91 प्रतिशत बच्चों ने और सबसे कम नूंह- मेवात में 21 प्रतिशत बच्चों ने वैक्सीन लगाई है। सोनीपत, रोहतक और हिसार ओरेंज जोन में शामिल हैं।