एचएसआईआईडीसी ने आईएमटी खरखौदा के प्लॉट की 54 लाख रुपए प्रति वर्ग मीटर की फेक बोली देने वालों के खिलाफ जांच शुरू कर दी है। 27 जनवरी को आईएमटी खरखौदा की 450 वर्ग मीटर के प्लॉट की ऑक्शन शुरू की थी। इसका रिजर्व प्राइस 14,200 वर्ग मीटर था। लोगों ने सुबह 9 बजे शिकायत दी कि प्राइस 29 लाख से 35 लाख प्रति वर्ग मीटर तक पहुंच गया। ई नीलामी को रात 9 बजकर 35 मिनट पर रोका गया। तब प्राइस 54 लाख रुपए प्रति वर्ग मीटर तक पहुंच गया। विभाग की आईटी टीम इसकी जांच कर रही है।
एचएसआईआईडीसी के प्रबंध निदेशक विकास गुप्ता ने कहा है कि आईएमटी खरखौदा में औद्योगिक प्लॉटों की ई-नीलामी के मामले में अड़चन डालने वाले लोगों को दंडित किया जाएगा। इस मामले की जांच के लिए इंडस्ट्रीज के चीफ को-ओर्डिनेटर एवं एस्टेट के एचओडी सुनील शर्मा को निर्देश दिए गए हैं। गुप्ता ने बताया कि हरियाणा में निवेश की बढ़ती मांग को पूरा करने तथा औद्योगीकरण को बढ़ावा देने के लिए एचएसआईआईडीसी ने 450 वर्ग मीटर श्रेणी में आईएमटी खरखौदा के औद्योगिक प्लॉटों की ई-नीलामी 27 जनवरी 2022 की पारदर्शी माध्यम से शुरू की गई थी, लेकिन कुछ असामाजिक तत्वों ने गलत तरीके से अनुचित ढंग से उच्च बोलियां लगा कर ई-नीलामी प्रणाली की प्रक्रिया को प्रभावित करने का प्रयास किया जिससे हरियाणा में बड़ी संख्या में निवेश करने के इच्छुक लोग बोली प्रक्रिया में भाग लेने से वंचित रह गए।
एचओडी सुनील शर्मा करेंगे जांच
उन्होंने बताया कि एचएसआईआईडीसी प्रबंधन ने उक्त मामले को गंभीरता से लेते हुए इस मामले की जांच के लिए इंडस्ट्रीज के चीफ को-ओर्डिनेटर एवं एस्टेट के एचओडी सुनील शर्मा को निर्देश दिए गए हैं। जांच के बाद दोषियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। वहीं एचओडी सुनील शर्मा ने कहा कि पूरे मामले की जांच शुरू कर दी गई है और जिन लोगों ने 54 लाख रुपए प्रति वर्ग मीटर की फेक बोली दी है, उनकी जांच की जाएगी।
27 जनवरी से 10 फरवरी तक होनी है ई ऑक्शन
एचएसआईआईडीसी ने खरखौदा, बहादुरगढ़, गुरुग्राम, करनाल, बावल, मानेसर, कुंडली, नारनौल व फरीदाबाद में इंडस्ट्रियल प्लॉट अलॉट कराने के लिए ऑनलाइन आवेदन मांगे थे। नीलामी 27 जनवरी से 10 फरवरी तक चलनी है, परंतु पहले दिन ही प्लॉट के रिर्जव प्राइस से छेड़छाड़ कर दी गई।