कैथल। संयुक्त किसान मोर्चा जिला कैथल की बैठक में अखिल भारतीय किसान सभा, भारतीय किसान यूनियन एकता उग्राहा, किसान सभा, भारतीय किसान यूनियन, मजदूर किसान यूनियन, भारतीय किसान यूनियन (टिकैत), सर्वजात-सर्व खाप, खेत मजदूर यूनियन संगठनों ने भाग लिया। भरत सिंह बेनीवाल ने कहा कि भाकियू चढ़ूूनी गुट ने प्रदर्शन को तारपीडो करने की कोशिश की लेकिन संयुक्त किसान मोर्चा कमेटी और इसमें शामिल लोगों ने उसे विफल कर दिया है। जिला संयुक्त किसान मोर्चा ने इस घटना की कड़े शब्दों में निंदा की है और दिल्ली संयुक्त किसान मोर्चा के निर्णय के अनुसार चढूनी गुट कैथल को जिला संयुक्त किसान मोर्चा कैथल से अप्रैल 2022 तक निष्कासित कर दिया गया है। यदि दिल्ली एसकेएम, भाकियू चढूनी गुट का निष्कासन अप्रैल के बाद भी जारी रहता है तो यह फैसला जिला कैथल में भी लागू रहेगा।
संयुक्त किसान मोर्चा कैथल के जो भी कार्यक्रम होंगे, भाकियू चढूनी गुट कैथल को उसमें भाग लेने की इजाजत नहीं होगी। इसके अतिरिक्त जो भी किसान संगठन, किसान मोर्चे का राजनीतिक फायदा उठाना चाहेगा या राजनीतिक चुनाव में भाग लेगा, उसके साथ भी संयुक्त किसान मोर्चा का कोई संबंध नहीं होगा। यह निर्णय बैठक में सर्वसम्मति से लिया गया। इस मौके पर जिया लाल, भरत सिंह बेनीवाल, भीम सिंह बेनीवाल, जयप्रकाश शास्त्री, ओम प्रकाश ढांडा मौजूद रहे।
भाकियू के चढ़ूनी गुट के जिला प्रधान होशियार गिल प्यौदा ने मंगलवार को सुबह सोशल मीडिया पर अपने इस्तीफे का एलान कर दिया। एक साक्षात्कार में गिल ने कहा कि वे अन्य साथियों के लिए यह जिम्मेवारी छोड़ रहे हैं लेकिन किसानों के लिए आवाज बुलंद करते रहेंगे। किसी को भी किसान हितों से खिलवाड़ नहीं करने दिया जाएगा।