हरियाणा के हिसार में स्थित राजकीय पशुधन फार्म के कर्मचारियों के ट्रांसफर पर विभाग ने रोक लगा दी है। फार्म के चीफ सुपरिटेंडेंट डॉ लालकिशन रंगा द्वारा जारी किए गए कर्मचारियों के ट्रांसफर आदेश पर पशुपालन विभाग के आयुक्त एवं मुख्य सचिव पंकज अग्रवाल ने तुरंत प्रभाव से रोक लगा दी है। चीफ सुपरिटेंडेंट डॉ एल सी रंगा ने वैटनरी सर्जन, वीएलडीए, क्लर्क, एनिमल एटेंडेट व फोर्थ क्लास समेत 31 कर्मचारियों के फार्म की अलग-अलग यूनिट में ट्रांसफर किए थे। इस बारे में तलवंडी राणा के बलबीर सिंह की तरफ से मुख्यमंत्री को शिकायत भेजी गई थी।
अपनी शिकायत में बलबीर सिंह ने बताया कि डॉ रंगा ने बिना मंजूरी के ही कर्मचारियों के दूसरी जगहों पर तबादलें कर दिए हैं। फार्म की अलग-अलग यूनिट के अलग डीडीए हैं जिनसे कर्मचारी की ट्रांसफर के बारे में मंजूरी लेनी पड़ती है, लेकिन डॉ रंगा ने ऐसा नहीं किया।
चीफ सुपरिटेंडेंट की डॉ रंगा की तरफ से जारी ट्रांसफर आदेशों पर रोक लगाते हुए आयुक्त ने आदेश जारी किए हैं कि किसी भी कर्मचारी की HRMS सॉफ्टवेयर के जरीए ही मंजूरी से तबादले किए जा सकते हैं। अगर कोई अधिकारी बिना अनुमति के किसी कर्मचारी की ट्रांसफर करता है तो उसके खिलाफ सेक्शन 7 के तहत चार्जशीट की कार्रवाई की जाएगी। आयुक्त ने आदेश दिया है कि पूर्व में जारी ट्रांसफर आर्डर को रद्द समझा जाए और कोई कर्मचारी उन आदेशों के आधार पर अपना स्टेशन ना छोड़े।
मामले के बारे में राजकीय पशुधन फार्म के चीफ सुपरिटेंडेंट डॉ लालकिशन रंगा के अपना पक्ष रखते हुए कहा कि शिकायतकर्ता के खिलाफ पहले से केस दर्ज करवाया हुआ है। आरोपी मुझसे पर्सनल रंजिश रखते हुए इस तरह की शिकायतें कर रहा है। शिकायतकर्ता के दो लड़के व खुद डीसी रेट पर यहां पर लगे हुए थे और बिना काम किए वेतन ले रहे थे। इसके अलावा फार्म के आठ यूनिट हैं। जरूरत अनुसार कर्मचारियों के एक-दूसरे के स्थान पर भेजा जाता है। ज्यादातर कर्मचारी वहीं पर काम कर रहे हैं जहां पर इनकी पोस्टिंग हैं। निराधार की बातें करके फार्म को नुकसान पहुंचाने के प्रयास हैं।