डेरा सच्चा सौदा प्रमुख राम रहीम को फरलो मिलने के बाद गुरुग्राम के नामचर्चा घर में डेरा प्रेमी उनकी एक झलक पाने के लिए पहुंच रहे हैं। वहीं डेरा प्रमुख की मां नसीब कौर के साथ हनीप्रीत भी नामचर्चा घर में पहुंचीं। साथ ही डेरा प्रमुख का बाकी परिवार भी वहां पहुंच गया है। पुलिस की कड़ी सुरक्षा के बीच किसी अन्य को डेरे के पास नहीं पहुंचने दिया जा रहा है। वहीं कुछ डेरा प्रेमी बिना अपनी पहचान उजागर किए दूर से ही माथा टेककर जा रहे हैं।
गुरुग्राम स्थित नामचर्चा घर में पहुंचने के 24 घंटे बाद भी डेरा प्रमुख गुरमीत एक बार भी सामने नहीं आया है। राम रहीम सोमवार शाम 4:57 बजे इस नामचर्चा घर में पहुंचा। उसे बाद हनीप्रीत भी डेरा प्रमुख की मां नसीब कौर के साथ पहुंची। डेरा प्रमुख ने पत्नी हरजीत कौर, बेटे जसमीत सिंह, बेटियों और दामाद के साथ मुलाकात की।
सोमवार शाम से लेकर मंगलवार शाम तक डेरा प्रमुख नामचर्चा घर के अंदर ही रहा। वह बाहर नहीं आया। पुलिस के अलावा डेरे के प्राइवेट सुरक्षा कर्मचारी भी नामचर्चा घर पर तैनात हैं। वहीं डेरा प्रमुख के दर्शन के लिए डेरा प्रेमी भी पहुंच रहे हैं। पुलिस उन्हें 500 मीटर की परिधि से ही पीछे लौटा रही है। डेरा प्रमुख की सुरक्षा के लिए करीब 300 पुलिस कर्मचारी तैनात हैं।
21 दिन की मिली फरलो
डेरा सच्चा सौदा प्रमुख 25 अगस्त 2017 को साध्वी यौन शोषण मामले में 20 साल की सजा हुई थी। पत्रकार छत्रपति हत्याकांड और रणजीत हत्याकांड में भी वह सजा काट रहे हैं। तब से लेकर अब तक डेरा प्रमुख जेल में ही बंद है। इस बीच उन्हें एक बार अपनी बीमार मां से एक दिन मिलने के लिए पैरोल मिल चुकी है। उसने पहले भी तीन बार पैरोल के लिए आवेदन किया था, लेकिन सिरसा प्रशासन ने आवेदन रद्द कर दिया। अब पांच राज्यों के चुनाव से ठीक पहले डेरा प्रमुख को 21 दिन की फरलो मिली है। इसे अब सियासी समीकरणों से जोड़कर देखा जा रहा है।