हरियाणा के हिसार में नाबालिगा के साथ दुष्कर्म मामले में नया मोड़ आया है। पीड़िता नाबालिग की उम्र उसके जन्म प्रमाण पत्र में 22 साल उम्र मिली है। पीड़िता का जन्म प्रमाण पत्र उसके जन्म स्थान सिवानी से मंगवाया गया है। इसके अलावा काउंसलिंग में पीड़िता ने पड़ोस में रहने वाले युवक के साथ खुद के संबंध होने की बात स्वीकारी है। पीड़िता की मां ने दूसरी शादी की हुई है और पीड़िता उसके पहले पति की संतान है। वर्तमान में उसके घर पर युवती का कोई जन्म प्रमाण पत्र नहीं मिल पाया था। शुक्रवार को युवती के पहले वाला पिता के पास से जन्म प्रमाण पत्र पुलिस ने जुटाया है जिसमें उसका जन्म 1999 का मिला है। 2007 में उसकी मां ने दूसरी शादी की उस समय पीड़िता की उम्र करीबन सात साल बताई है। पीड़िता की उम्र का सही से पता लगाने के लिए अब ओशिफिकेशन टेस्ट होगा जिसमें मेडिकल जांच करके उम्र का सही पता लगेगा। युवती के साथ दुष्कर्म किया गया है या सहमती में संबंध बने थे इस बारे में अभी तक कुछ भी कह पाना मुश्किल है। फिलहाल महिला थाना पुलिस ने पीड़िता के पिता के बयाना के आधारों पर अज्ञात के खिलाफ दुष्कर्म व पोक्सो एक्ट के तहत केस दर्ज किया है। पूरे मामले की गहनता से जांच की जा रही है। युवती करीबन छह महीने की गर्भवती है और आज उसका मेडिकल करवाया गया है। अब इस पूरे प्रकरण पर कोई भी अधिकारी या कमेटी सदस्य कुछ भी बोलने के लिए तैयार नहीं है।
क्या है पूरा प्रकरण
हिसार की एक कॉलोनी में नाबालिगा की शादी की सूचना मिली थी। इसके बाद बाल संरक्षण की टीम मौके पर पहुंची थी। टीम को युवती नाबालिग व गर्भवती दिखाई दी तो इस बारे में परिवार से पूछताछ की गई। इसके बाद बाल आयोग की चेयरपर्सन ज्योति बैंदा मौके पर पहुंची और इस बारे में बाल विवाह, दुष्कर्म, पोक्सो के तहत कार्रवाई के लिए पुलिस व चाइ़ल्ड वेलफेयर कमेटी को आदेश दिए थे। अब यह पूरा मामला उल्ट गया है। इस प्रकरण पर चाइल्ड वेलफेयर कमेटी के मेंबर एडवोकेट मनोज चंद्रवंशी ने बताया कि वेलफेयर कमेटी की बैंच के सामने यह केस प्रस्तुत ही नहीं किया गया है। इस पूरे मामले में जल्दबाजी में कार्रवाई की गई है जिसके कारण यह सारा प्रकरण हुआ है।