हरियाणा के जींद में चौधरी रणबीर सिंह विश्वविद्यालय (सीआरएसयू) की स्नातक व स्नातकोत्तर परीक्षाएं बुधवार से शुरू हो गई। इसमें विवि के अधीन आने वाले कॉलेज के विद्यार्थी भी परीक्षा दे रहे हैं। विद्यार्थियों की मांग पर विवि द्वारा ऑनलाइन परीक्षा का विकल्प दिया गया। ऑनलाइन परीक्षा के दौरान बुधवार को पहले ही दिन 474 विद्यार्थियों की यूएमसी बनी। विवि ने पहले ही साफ कर दिया है कि ऑनलाइन परीक्षा के दौरान यूएमसी बनने पर सुनवाई का मौका नहीं दिया जाएगा।
उप परीक्षा नियंत्रक डॉ. अनुपम भाटिया के अनुसार सुबह के सत्र में 2099 में से 2072 विद्यार्थियों ने ऑनलाइन परीक्षा दी। इनमें से 199 विद्यार्थियों की यूएमसी बनी है। शाम के सत्र में 2520 में से 2439 विद्यार्थियों ने परीक्षा दी। जिनमें से 275 विद्यार्थियों की यूएमसी बनी। ऑनलाइन परीक्षा के दौरान कुछ विद्यार्थियों का बार-बार इंटरनेट नेटवर्क बाधित हुआ।
इसके अलावा कुछ विद्यार्थियों का चेहरा और पेपर शीट कैमरे में एक साथ नजर नहीं आए। कुछ विद्यार्थियों ने परीक्षा के दौरान हेडफोन का भी प्रयोग किया। इसके अलावा परीक्षा के दौरान दाएं-बाएं व ऊपर नीचे देखने पर भी यूएमसी बनाया गया है। इन सभी नियमों के बारे में विवि ने पहले ही निर्देश जारी कर दिए थे। ऐसे में बुुधवार को 474 विद्यार्थियों की यूएमसी बनी है।
विद्यार्थियों ने किया था आंदोलन
हालांकि इससे पहले विवि द्वारा ऑनलाइन ही परीक्षाओं का विकल्प दिया गया था, लेकिन सभी छात्र संगठनों ने इसका विरोध किया और ऑफलाइन के साथ-साथ ऑनलाइन परीक्षा की भी मांग की। इसके बाद विवि ने सख्त नियमों के साथ ऑफलाइन परीक्षा का विकल्प दिया।