हरियाणा के सरकारी स्कूलों में 10 मार्च से वार्षिक परीक्षाएं शुरू होंगी। इस संबंध में शिक्षा निदेशालय ने सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को पत्र जारी कर दिया है। पत्र के अनुसार, 5वीं से 8वीं की परीक्षाओं का आयोजन 15 मार्च से 27 मार्च तक करवाया जाएगा। इसके अलावा पहली से चौथी कक्षा के विद्यार्थियों का कक्षा व विषय अध्यापक द्वारा मूल्यांकन किया जाएगा। 9वीं व 11वीं की परीक्षाएं 10 मार्च से शुरू होकर 25 मार्च तक चलेंगी।
सभी कक्षाओं का परीक्षा परिणाम 31 मार्च तक जारी किया जाएगा। एक अप्रैल को नया शैक्षणिक सत्र 2022-23 शुरू हो जाएगा। 5वीं से 8वीं की परीक्षाओं का आयोजन और मूल्यांकन स्कूल स्तर पर किया जाएगा। इन कक्षाओं की डेटशीट एससीईआरटी द्वारा शीघ्र ही जारी की जाएगी। परीक्षाओं का आयोजन 27 मार्च तक करवाया जाएगा। परीक्षा परिणाम 10 अप्रैल तक अवसर ऐप पर अपलोड कर दिया जाएगा। उत्तर पुस्तिकाओं की जांच परीक्षा समाप्ति के तुरंत बाद शुरू हो जाएगी।
पहली से चौथी कक्षा के लिए निर्देश
परीक्षाओं का आयोजन स्कूल स्तर पर किया जाएगा, जो एफएलएन की लर्निंग आउटकम एवं कक्षावार स्किल पासबुक के कौशल पर आधारित होगा। डेटशीट संबंधित स्कूल द्वारा तैयार की जाएगी। मूल्यांकन कक्षा व विषय अध्यापक द्वारा किया जाएगा। इसके लिए टेस्टिंग टूल, मूल्यांकन पत्र, प्रश्न पत्र का निर्माण भी कक्षा व विषय अध्यापक द्वारा संपन्न करवाए गए पाठयक्रम के आधार पर किया जाएगा। प्रत्येक विद्यार्थी के मूल्यांकन के बाद उसके द्वारा अर्जित दक्षताओं को स्किल पासबुक में भरा जाएगा।
उसके बाद 5 प्रतिशत स्किल पासबुक की जांच स्कूल मुखिया, एबीआरसी, बीआरपी व ईएसएचएम द्वारा की जाएगी। स्किल पासबुक का इंतजाम संबंधित डीईईओ द्वारा करवाया जाएगा, जो स्कूल को छात्र संख्या के मुताबिक मिलेगी। इसके लिए डीईईओ को बजट भी उपलब्ध करवाया जाएगा। खास बात यह है कि इस सत्र में पहली से चौथी कक्षा के विद्यार्थियों को जिन अध्यापकों द्वारा पढ़ाया गया है, अगले सत्र में भी वही इन विद्यार्थियों को पढ़ाएंगे।
सीबीएसई नियमों के मुताबिक होंगी परीक्षाएं
हरियाणा सरकार द्वारा प्रदेश के 136 संस्कृति मॉडल स्कूलों को सीबीएसई से मान्यता दिलाई गई है। पिछले करीब एक साल से यह स्कूल सीबीएसई के नियमों के मुताबिक चल रहे हैं। ऐसे में अब इन स्कूलों में 9वीं व 11वीं की परीक्षाओं का आयोजन भी सीबीएसई नियमों के मुताबिक करवाया जाएगा। इसे लेकर निदेशालय द्वारा बाकायदा सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को निर्देश भी जारी किए गए हैं। निदेशालय ने जारी पत्र में कहा है कि इन दोनों कक्षाओं की परीक्षाओं का आयोजन, प्रश्न पत्र तैयार करवाना और मूल्यांकन स्कूल स्तर पर सीबीएसई के नियमों के अनुसार करवाया जाए।