गुहला-चीका । विधायक ईश्वर सिंह ने कहा कि गुहला हलका की हर समस्या को लेकर पूरी गम्भीरता से कार्य करते हुए सभी समस्याओं को एक-एक करके दूर किया जा रहा है। हलके के विकास के दृष्टिगत सड़क तंत्र को मजबूती प्रदान करने के लिए करोड़ों रुपये की धनराशि स्वीकृत करवाई गई है, जिससे क्षेत्र की विभिन्न सड़कों के सुदृढ़ीकरण विस्तारीकरण का कार्य चल रहा है। आने वाले समय में सभी सड़कों को दुरुस्त करके आम जन को आवागमन की और बेहतरीन सुविधा दी जाएगी।
विधायक ईश्वर सिंह ने जारी ब्यान में कहा कि लोक निर्माण विभाग की 11 महत्वपूर्ण सड़कों के निर्माण कार्य पूरे किये जा चुके है, जबकि 33 सड़कों का निर्माण कार्य चल रहा है। इसी प्रकार लगभग 12 सडकों के टैण्डर हो चुके है, जोकि प्रक्रिया में है। उन्होंने बताया कि अटैला से मानस तक की सड़क को स्वीकृत करवाया है, जिस पर 3 करोड 52 लाख रुपये की लागत आयेगी। पिछले कुछ दिनों के अन्तराल में लगभग 24 सडकों की रिपेयर का कार्य विभाग द्वारा जैड क्पचैर मशीन द्वारा करवाया गया है। विधायक ने बताया कि कैथल चीका पटियाला रोड व चीका भागल पेहवा रोड की फोर लैन का केस भी स्वीकृति हेतू सरकार को भेजा गया है। इसके अलावा गुहला मे लघु सचिवालय, लोक निर्माण विभाग का कार्यालय व लोक निर्माण विभाग के रिहायशी भवन के निर्माण के प्रस्ताव भी सरकार को भेजे गये है। विकास कार्यों की श्रृखंला में विभिन्न 23 सडकों के निर्माण कार्य के एसटीमैट विभाग के पास भेजे जा चुके है तथा इसके अलावा 7 सड़कों के एसटीमेट प्रक्रिया में है, जो जल्द ही विभाग को आगामी कार्यवाही हेतू भेजे जायेगें।
विधायक ईश्वर सिंह ने बताया कि कुछ समय पहले करोना के चलते सभी हल्को के विकास कार्य प्रभावित हुए थे। परंतु अब विकास कार्यों को तीव्र गति से पूरा करवया जा रहा है। कैथल चीका पटियाला रोड की स्पेशल रिपेयर जिस पर लगभग 2 करोड 37 लाख रूपये की लागत आयेगी व गुहला से खरका की सड़के की स्पेशल रिपेयर जिस पर लगभग 2 करोड 8 लाख रूपये की लागत आयेगी, इनके केस भी बजट की स्वीकृति हेतू विभाग द्वारा सरकार को भिजवाये गये है, जिनकी जल्द स्वीकृति के लिए विशेष प्रयास व्यक्तिगत तौर पर विभागीय अधिकारियों व सरकार के नुमायंदों से किया जा रहा है। चीका भागल पेहवा सड़क का एसटीमैट भी प्रक्रिया में है। उन्होने बताया कि कैथल जिला में अन्य हल्को की तुलना में गुहला हल्के की स्वीकृत सडकों की संख्या अपेक्षाकृत अधिक है। विभागीय नियमानुसार बरसात व ठण्ड के सीजन के समय सड़कों का निर्माण रुक जाता है। लेकिन अब निर्माण कार्य तेजी से करवाये जा रहे है और अधिकारियों का निर्देश दिये गये है कि निर्माण कार्य की गुणवता में किसी भी तरह की कोताही बर्दाशत नही की जायेगी।