हरियाणा पशुओं की उत्तम और उन्नत नस्लों में देशभर में जाना जाता है। जिसमें सबसे पहला नाम मुर्रा का आता है। पशुओं में हरियाणा का मुर्रा और ताऊ का तुर्रा अपनी खास पहचान रखता है। तीन दिन तक चलने वाले भिवानी के राज्य स्तरीय पशु प्रदर्शनी में पूरे प्रदेश से उमदा नस्ल के पशुओं का आगमन एक दिन पहले ही हो गया। 25 से 27 फरवरी तक प्रदर्शनी होगी। जिसमें मुर्रा नस्ल में 31 लाख में बिक चुके सम्राट का बेटा सरताज और चार साल का मुर्रा झोटा अमित शाह भी रैंप पर जलवा बिखेरेगा। प्रदर्शनी में अब तक राष्ट्रीय और अंतर राष्ट्रीय स्तर पर पशु मेले और प्रदर्शनियों में अपने नाम खिताब करने वालों के बीच भी कांटे की टक्कर होगी।
पशु पालक अपने चहेतों को लेकर मेला स्थल पर डेरा डाल चुके हैं। मुर्रा नस्ल की भैंस, मुर्रा का झोटा, साहिवाल, थारपार और हरियाणा नस्ल की गाय और सांड के अलावा थ्रेरोबेरड नस्ल के घोड़े और घोड़ी का भी प्रदर्शन देखने को मिलेगा। घोड़ी रानी और उसकी बेटी टम्मो भी मेले में आकर्षण का केंद्र बनेगी। आठ साल की मस्टेंग घोड़ी हरियाणा पुलिस के खेलों में भी अपनी काबिलियत साबित कर अपने नाम खिताब कर चुकी है। मेले में 1800 उमदा नस्ल के पशुओं का रजिस्ट्रेशन हो चुका है। जिसकी वजह से अब जगह भी छोटी पड़ गई है। हालांकि रजिस्ट्रेशन हुए उमदा नस्ल के पशुओं में छंटनी ही एक विकल्प बचा है।
मुर्रा में ये प्रतिभागी देंगे कांटे की टक्कर
गांव तालू का सूर्या पांच साल का मुर्रा झोटा है। मालिक सुमेश कुमार तालू ने बताया कि उसका पिता सम्राट 31 लाख में बिका था। सूर्या तीन बार इंडिया चैंपियन रह चुका है। इसकी मां 26 किलो दूध का रिकार्ड तोड़ चुकी है। उसका पिता सम्राट सात बार इंडिया चैंपियन रह चुका है। उसी के साथ झोटा राजा है। मुर्रा का सुलतान सिर्फ 12 माह का है।
डोहका दीना से मेले में आया है। मुर्रा का 13 माह का योगी भी ढाणी रामजस के बिजेंद्र सिंह का है। मुर्रा झोटा रुद्र 28 माह का है। उन्हीं के साथ तीन साल की मुर्रा झोटी शांति पहली ब्यांत में पौने 21 किलो दूध दे रही है। उसकी रोजाना दस किलो खुराक है। मुर्रा झोटा अर्जुन का हरियाणा और पंजाब में भी डंका है।
डोभ गांव के रवींद्र ने बताया कि अर्जुन की रोजाना 12 किलो खुराक है, जिस पर ढाई से तीन हजार खर्च होता है। दस किलो रोजाना दूध भी पीता है। ये हरियाणा व पंजाब में हुई प्रतियोगिताओं में नेशनल चैंपियन है। चार साल का मुर्रा झोटा अमित शाह को सुरपुरा खुर्द निवासी संदीप पैदा होने के कुछ माह बाद सवा लाख में खरीदकर लाया था। ये बटाला पंजाब में आल इंडिया चैंपियन का खिताब अपने नाम कर चुका है। कुरुक्षेत्र मेले में भी दूसरे नंबर पर आया था।
वुल बादशाह और बाहुबली भी उतरेंगे रैंप पर
रोहतक के दलबीर सिंह ने बताया कि देशवाल डेयरी फार्म के शाहीवाल वुल बादशाह व बाहुबली भी अपना जलवा दिखाएंगे। वुल बाहुबली आठ साल का है। उसका वजन 15 क्विंटल है। झज्जर में 2018 में रनर अप रिंग चैंपियन और ब्रिड चैंपियन रह चुका है। उसकी कीमत करीब 50 लाख है। इसे सीमन के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है। इसकी बछड़ी 18 से 20 किलो दूध दे रही हैं।
खाराखेड़ी फतेहाबाद के सचिदानंद गिरी महाराज ने बताया कि राठी नस्ल के ओम और शिवा और शाहीवाल के शंकर और संभू के अलावा थारपार का भोला भी मेले में आया है। अर्जुन हरियाणा नस्ल का वुल है। उसने कुरुक्षेत्र और झज्जर मेले में भी ईनाम जीता है। इनसे पैदा हुई बछड़ी 19 से 20 किलो दूध दे रही हैं।
जयपुर और दिल्ली के बाद अब हरियाणा में दिखाएंगे जलवा
गुरुग्राम के नृपेश महलावत ने बताया कि उसकी आठ साल की घोड़ी मस्टेंग और नौ साल का घोड़ा नोवा भी मेले में आया है। थ्रेरोब्रेड नस्ल के ये दोनों बहुत ही तेज दौडने वाले घोड़े हैं। जयपुर और दिल्ली में हुई स्पर्धाओं में नेशनल चैंपियन रह चुके हैं। हरियाणा में हरियाणा पुलिस खेलों में भी मस्टेंग ने ईनाम जीता है। पुलिस बल में भी इस नस्ल की घोड़ी काफी पसंद की जा रही है। कांकरोला आईएमटी मानेसर के धीरज उर्फ मोनू ने बताया कि उसकी साढ़े आठ साल की घोड़ी रानी व उसकी आठ माह की बेटी टम्मो भी मेले में ऊंची कूद और करतब के लिए काफी मशहूर है
कृषि मंत्री जेपी दलाल ने किया पशुधन बीमा योजना का शुभारंभ
भिवानी के सेक्टर-13 में शुक्रवार से तीन दिनों तक राज्य स्तरीय पशु मेले में उम्दा नस्ल के पशुओं का महाकुंभ उमड़ेगा। पशुपालकों को उत्तम नस्ल और बेस्ट ब्रीड के लिए लाखों के इनाम भी मिलेंगे। कृषिमंत्री जेपी दलाल ने गुरुवार को मेले की तैयारियों को अंतिम रूप दिया और अधिकारियों को किसानों और पशुपालकों की सुविधा के लिए दिशा निर्देश दिए। इससे के बाद राज्य स्तरीय पशु मेले को लेकर कृषि मंत्री ने बया पर्यटन केंद्र में पत्रकारों से बातचीत की। भिवानी में प्रदेश स्तरीय पशु मेले का आयोजन किया जा रहा है। मेले में प्रदेश के उत्तम नस्ल के पशु आएंगे।
उन्होंने कहा कि मेले में एक लाख से अधिक पशुपालक व किसान शामिल होंगे। उन्होंने कहा कि मेले के दौरान किसानों को किसी प्रकार की दिक्कत नहीं आने दी जाएगी। करीब 15 हजार लोगों के लिए प्रतिदिन भोजन की व्यवस्था की गई है। किसानों और पशुपालकों के लिए निशुल्क 175 बसों की व्यवस्था की गई। उन्होंने कहा कि पशुपालकों व किसानों की आय बढ़ाने के लिए मछली पालन को बढ़ावा दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मेले के दौरान प्रतिदिन लक्की ड्रा निकाला जाएगा, जिसमें ट्रैक्टर, बुलेट मोटरसाइकिल, स्कूटी, दूध निकालने की मशीन, नैनो यूरिया की बोतल का बंडल शामिल हैं। पंजीकृत किसानों को मेले के दौरान उत्तम किस्म मिनरल मिक्सर दिया जाएगा। मेले में किसानों के मनोरंजन के लिए हरियाणा के नामी कलाकारों द्वारा रागिनी, फोक डांस की प्रस्तुति दी जाएगी।
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