यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों के परिजन दहशत में हैं। अभी तक फोन पर बात करके परिजन अपने बच्चों का हाल पूछ रहे थे। अब संपर्क टूटने के बाद से चिंताएं बढ़ गई हैं। मुरादाबाद के अमान यूक्रेन की टर्नोपिल यूनिवर्सिटी में MBBS प्रथम सेमेस्टर के स्टूडेंट हैं। तीन महीने पहले ही अमान यूक्रेन गए थे। यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद से अमान का परिवार बेटे की सुरक्षित वतन वापसी के लिए परेशान है।
मुरादाबाद के सिविल लाइंस थाना क्षेत्र में चक्कर की मिलक निवासी डॉ. अतीक अहमद BUMS डॉक्टर हैं। डॉ. अतीक ने दैनिक भास्कर को बताया कि गुरुवार रात को बेटे से बात हुई थी। उसके बाद से संपर्क नहीं हो पा रहा है।
पापा एंबेसी वाले लेने आ रहे हैं
डॉ. अतीक ने बताया, ‘गुरुवार रात करीब 11 बजे बेटे से बात हुई थी। उस समय उसने कहा था कि इंडियन एंबेसी से कॉल आई है। उन लोगों ने कहा है कि वह उसे लेने टर्नोपिल सिटी आ रहे हैं। एंबेंसी के अधिकारियों ने अमान को यह भी बताया कि बाकी इंडियन छात्रों को भी टर्नोपिल सिटी में ही इकट्ठा करके वहां से फिर फ्लाइट अरेंज की जाएगी। क्योंकि टर्नोपिल सिटी में अभी तक रूस का कोई हमला नहीं हुआ है। यह इलाका यूक्रेन का सुरक्षित इलाका माना जा रहा है।
एंबेसी के नंबर नहीं मिल रहे
अमान के पिता डॉ. अतीक अहमद ने बताया, ‘एंबेसी के जो नंबर मुहैया कराए गए थे वे लगातार बिजी जा रहे हैं। कॉल जाती भी है ताे रिसीव नहीं हो रही है। अमान के परिजनों ने बताया कि उन्होंने बेटे से बात करने की कोशिश की थी, लेकिन कोई संपर्क नहीं हो पाया। एंबेसी से संपर्क करने की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन कोई मदद नहीं मिल रही है। अमान के साथ ही मुरादाबाद के कई अन्य स्टूडेंट्स भी यूक्रेन में फंसे हैं। ये सभी छात्र वहां MBBS करने गए थे। इन सभी परिवारों में इस समय चिंता का माहौल है।
बस मेरा बेटा सुरक्षित लौट आए
अमान की मां रेशमा परवीन कहती हैं कि बस किसी भी तरह से उनका बेटा सुरक्षित लौट आए। उन्होंने सरकार से बेटे की सकुशल वापसी की गुहार लगाई है। अमान की बड़ी बहन सानिया और छोटा भाई मोहम्मद शाकिर भी अपने भाई की सुरक्षित वापसी के लिए दुआ कर रहे हैं।