करनाल के हथलाना निवासी व्यक्ति ने चौकीदारी का वेतन न मिलने से परेशान हाेकर आत्महत्या कर ली। परिजनों ने खाद्य आपूर्ति विभाग के इंस्पेक्टर व ठेकेदार पर आत्महत्या के लिए विवश करने का आरोप लगाया है। मृतक के पीछे दो बच्चे हैं। परिवार में कोई कमाने वाला नहीं है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। अब परिजनों का मौत पर रो-रोकर बुरा हाल है।
गांव हथलाना निवासी जिया लाल ने बताया कि उसका बड़ा भाई महिन्द्र काछवा के कृष्णा राइस मिल में सिक्योरिटी गार्ड के पद पर ड्यूटी करता था। जो शाम पर डयूटी पर गया और सुबह वापस नहीं आया। उसे फोन किया जो कि उसने नहीं उठाया। तब वे गांव के एक आदमी को साथ लेकर मोटर साइकिल पर राइस मिल पहुंचा। वहां पर राइस मिल का मेन गेट बंद था।
उसने दीवार से अन्दर जाकर देखा ऑफिस के कमरे में महिन्द्र लेटा हुआ था। उसने उल्टी की हुई थी, हाथ लगाकर देखा तो वह कोई हलचल नहीं कर रहा था। उसका भाई इस राईस मिल में जो कि अब फूड सप्लाई कॉपोरेटिव के ठेकेदार समीर के दवार लगाया हुआ था। इसको पिछले एक वर्ष से वेतन नहीं दिया जा रहा था। जिसके कारण वह मानसिक रुप से परेशान चल रहा था।
सीएम विंडो पर दी थी शिकायत
जिस की शिकायत उसके भाई के द्वारा CM विंडो पर भी दी गई। इसमें फूड सप्लाई के इंस्पेक्टर जसबीर के द्वारा आश्वासन दिया था जिस के बाद दोबारा से अपने काम चल गया। शिकायत बंद करवा दी गई, लेकिन वेतन का कोई पैसा प्राप्त नहीं हुआ। इंस्पेक्टर जसबीर के द्वारा भी प्राप्ति नहीं हुई। इस कारण मानसिक परेशानी में चल रहा था। इस मामले की अच्छी जांच पड़ताल की जाए और उचित कार्रवाई की जाए।
पहले भी नहीं दिए जसबीर ने पैसे
सतपाल ने बताया कि एक साल नौकरी को रुके हुए होने पर घर में कलेश होगा। इस मामले में कार्रवाई होनी चाहिए। पहले जसबीर के साथ 20 से ज्यादा लड़के काम करते थे। पंचायत में दो किस्तों में पैसे देने की बात कही थी। ऐसे में एक किस्त देने के बाद पैसे देने से मनाकर दिया था।
खादय आपूर्ति विभाग के दो अधिकारियों पर केस
इंस्पेक्टर तरसेम ने बताया कि महेंद्र सिंह चौकीदार की मौत हुई थी। इस पर परिजनों की शिकायत पर खाद्य आपूर्ति विभाग के दो अधिकारियों के खिलाफ केस दर्ज केस दर्ज किया है। 8 महीने से वेतन नहीं मिला तो चौकीदार ने परेशान होकर सुसाइड कर लिया।