करनाल रेलवे स्टेशन को आदर्श बनाने की कवायद पिछले कई वर्षों से चल रही है। रेलवे की ओर से यात्रियों के लिए वेटिंग रूम के साथ-साथ इंटरनेट तक की सुविधाएं यात्रियों को दी जा रही है। करीब चार वर्ष से रेलवे की ओर से नई बिल्डिंग का निर्माण कार्य जारी है। लेकिन यात्रियों के ट्रेन ठहराव की सबसे बड़ी सुविधाएं पिछले कई सालों से प्राप्त नहीं हो पाई हैं।
करनाल स्टेशन से करीब 124 गाड़ियां रोजाना गुजरती हैं, इसमें जनशताब्दी से लेकर पैसेंजर व मालगाड़ी शामिल हैं। लेकिन इनमें से आधी से ज्यादा ट्रेनें स्टेशन पर नहीं रुकती। स्टेशन पर केवल 58 गाड़ियां रुकती हैं, जबकि 66 ट्रेनें नहीं रुकती। ट्रेनों को रुकवाने की मांग पिछले कई वर्षों से शहरवासी मुख्यमंत्री से लेकर सांसद तक को पत्र लिख रहे हैं।
लेकिन स्टेशन पर ज्यादातर ट्रेनों का स्टॉपेज नहीं मिल पा रहा है। जिसके चलते यात्रियों को कुरुक्षेत्र, पानीपत, सोनीपत व अंबाला के जंक्शन स्टेशनों से लंबी दूरी की ट्रेन लेनी पड़ रही हैं। यात्री सरकार से ट्रेनों के ठहराव की प्राथमिकता से मांग कर रहे हैं। वहीं, सरकार की ओर से यमुनानगर से करनाल नई रेलवे लाईन बिछाने के लिए कई बार सरकार की ओर से घोषणा हो चुकी है। लेकिन अभी तक इसके लिए निर्माण कार्य शुरू नहीं हो पाया है।
स्टेशन पर ट्रेन न रुकने से यात्रियों को लंबी दूरी की यात्रा के लिए जंक्शन स्टेशनों पर जाना पड़ रहा है
समाज सेवी दवेंद्र सचदेवा ने बताया कि करनाल स्टेशन पर काफी जनशताब्दी ट्रेन नहीं रुकती। जिससे यात्रियों को लंबे दूरी की ट्रेनें लेने के लिए जंक्शन स्टेशनों पर जाना पड़ता है। उन्होंने बताया कि सुबह 3 बजकर 15 मिनट से 6 बजकर 15 मिनट तक कोई ट्रेन करनाल स्टेशन पर नहीं रुकती है।
इसमें विशाखापटनम अमृतसर हीराकुंड एक्सप्रेस, उत्तर संपर्क क्रांति, गोवा संपर्क क्रांति, शक्ति एक्सप्रेस को करनाल में ठहराव दिया जाए। इसके साथ ही कालका-नई दिल्ली शताब्दी, अमृतसर- नई दिल्ली शताब्दी, स्वराज सर्वोदय ग्रुप का ठहराव नहीं होता है। इसके अलावा रात में 8 बजकर 30 मिनट से सुबह 2 बजे तक दिल्ली की ओर से जाने वाली एक भी ट्रेन का करनाल स्टेशन पर ठहराव नहीं होता है।
इसमें चंडीगढ़-इंदौर एक्सप्रेस, ऊना-हजुर साहेब नांदेड, साईनगर- कालका एक्सप्रेस का करनाल स्टेशन पर स्टॉपेज दिया जाए। वहीं, बहादुर सिंह मेहला ने बताया कि हरियाणा का मध्य में जिला होने के बावजूद भी करनाल स्टेशन पर अभी तक जंक्शन नहीं बना है। जिसके कारण कई ट्रेनों का ठहराव नहीं हो पाता है।