हरियाणा विधानसभा बजट सत्र का आज तीसरा दिन है। प्रश्नकाल में विधायक धर्म सिंह छोक्कर ने कहा कि प्रश्न का रिप्लाई स्पष्ट नहीं है। यमुनानगर से पलवल तक किसानों की समस्या है। क्योंकि यमुना का बहाव कभी यूपी तो कभी हरियाणा की ओर जाता है। कुछ जमीन 1975 में मलकियत जमीन खुर्द बुर्द हो गई। 1978 जमीन मिल गई। मलकियत की जमीन थी। लेकिन 1978 चकबंदी स्कीम में वर्ष 1981,82,83 में तकसीम हुई जमीन मालिकों को दी गई। किसान लोन भी ले सकता था। परंतु एफसीआर ने 2012 में आदेश हुआ कि मलकियत जमीन शामलात देह में कंवर्ट कर दी गई। किसान की गिरदावरी भी है। परंतु 2012 से अब लोन नहीं ले सकता। जमीन की खरीद फरोख्त भी हो रही है। फिर इसका फायदा क्या है। विधायक हरविंद्र कल्याण ने भी कहा कि यह समस्या पुरानी है।
ये है शेड्यूल
2 मार्च को राज्यपाल के अभिभाषण के साथ सत्र की शुरुआत हुई। 3 मार्च को अभिभाषण पर चर्चा हुई। अब 4 और 7 मार्च को भी अभिभाषण पर चर्चा होगी। 7 मार्च को ही मुख्यमंत्री इस पर अपना जवाब देंगे। अगले दिन 8 मार्च को बजट पेश होगा। इस दिन प्रश्न काल नहीं होगा। 9 से 11 मार्च तक सत्रावकाश रहेगा।
12 और 13 मार्च को शनिवार- रविवार की छुट्टी है। 17 मार्च को सत्रावकाश रहेगा। 18 से 20 मार्च तक राजकीय अवकाश है। 21 और 22 मार्च के दिन विधायी कामकाज के लिए निर्धारित किए गए हैं। 22 मार्च को ही सत्रावसान होगा। बजट सत्र के लिए 493 तारांकित और 242 अतारांकित प्रश्न विधान सभा सचिवालय को प्राप्त हुए हैं।
साथ ही विधायकों ने 2 कार्य स्थगन प्रस्ताव भी प्राप्त हुए हैं। इस दौरान बजट पर विस्तृत अध्ययन के लिए सभी 73 विधायकों की तदर्थ कमेटियां गठित की जाएगी। ये कमेटियां समग्रता से अध्ययन कर अपने सुझाव मुख्यमंत्री को देंगी। 14 से 16 मार्च तक बजट पर व्यापक चर्चा करवाई जाएगी।