हरियाणा रोडवेज विभाग के कर्मचारियों ने सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। सरकार की नीतियों के विरोध में नारेबाजी की। कर्मचारियों ने 30 सूत्रीय मांगों को रखा और उन्हें पूरा करने की मांग की। सरकार को चेतावनी दी कि यदि मांगें नहीं मानी गईं तो आंदोलन किया जाएगा। 13 को सीएम आवास का करनाल में घेराव करेंगे। इसके बाद भी मांगों को नहीं माना तो 28-29 मार्च को पूर्ण चक्का जाम किया जाएगा।
यूनियन के प्रदेश महासचिव प्रताप सिंह ने कहा कि 21 फरवरी को रोहतक में मीटिंग हुई थी, जहां 30 मांगों की सूची बनाकर विरोध प्रदर्शन की रणनीति बनाई। हमारी प्रमुख मांग हे कि 2016 की नीति को बहाल किया जाए। चालकों को एमवीआई में डाला जाए। लिपिक व परिचालक का ग्रेड बढ़ाया जाए।
रोडवेज के बेड़े में 10 हजार बसों को शामिल किया जाए। प्राइवेट बस पॉलिसी में संशोधन किया जाए। चालक, परिचालक व अन्य कर्मचारियों की पक्की भर्ती की जाए। सरकार हमें लिखित में आश्वासन दे। बिना ठोस आश्वासन के आंदोलन को हम रोकने वाले नहीं है।