मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने शुक्रवार को हिमाचल प्रदेश विधानसभा में 2022-23 के लिए 51365 करोड़ रुपये का बजट पेश किया। बजट में कई नई योजनाओं को शुरू करने की घोषणा की गई है। बच्चों को कुपोषण से मुक्त करने के लिए एक मुख्यमंत्री बाल सुपोशण योजन शुरू की जाएगी। बेसहारा बच्चों के पुनर्वास तथा उन्हें शिक्षा प्रदान के लिए मुख्यमंत्री असहाय बाल पुनर्वास योजना शुरू की जाएगी। इसी तरह तीसरी कक्षा के मेधावी विद्यार्थियों के लिए बाल प्रतिभा छात्रवृत्ति योजना आरंभ होगी। इसके तह तहत तीन हजार रुपये प्रतिवर्ष छात्रवृत्ति देय होगी। दूरदराज क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाएं घरद्वार उपलब्ध करवाने के लिए मुख्यमंत्री मोबाइल क्लिनिक योजना आरंभ होगी।
सक्षम शासन, ड्रोन मेले और महोत्सव, सक्षम नीतिगत ढांचा और ड्रोन फ्लाइंग ट्रेनिंग स्कूल पर आधारित गरुड़ योजना का शुभारंभ किया जाएगा। ड्रोन प्रशिक्षण के लिए हिमाचल में चार फ्लाइंग स्कूल स्थापित किए जाएंगे। मुख्यमन्त्री रोशनी योजना के अंतर्गत पांच हजार परिवारों को बिजली कनेक्शन दिए जाएंगे। स्वर कोकिला स्वर्गीय लता मंगेशकर की याद में लता मंगेषकर संगीत महाविद्यालय की स्थापना की जाएगी। लोकगायन में उत्कृष्टता के लिए लता ‘मंगेशकर स्मृति राज्यसम्मान’ की की शुरुआत की जाएगी। वहीं, नाबार्ड से पोषित की जाने वाली विधायक प्राथमिकता योजनाओं के लिए प्रति विधानसभा चुनाव क्षेत्र की वर्तमान सीमा को बढ़ाकर 150 करोड़ रुपये कर दिया जाएगा
2022-23 के लिए 12 हजार 921 करोड़ रुपये के विकासात्मक परिव्यय प्रस्तावित हैं। इसमें से राज्य विकासात्मक बजट परिव्यय 9 हजार 524 करोड़ रुपये के प्रस्तावित हैं। अनुसूचित जाति विकास कार्यक्रम के लिए 2 हजार 400 करोड़ रुपये तथा जनजातीय विकास कार्यक्रम के लिए 856 करोड़ रुपये के परिव्यय प्रस्तावित हैं। पिछड़ा क्षेत्र विकास कार्यक्रम के लिए 100 करोड़ 52 लाख रुपये के परिव्यय प्रस्तावित हैं।
नई योजनाएं…….
- मुख्यमंत्री बाल सुपोषण योजना
- मुख्यमंत्री असहाय बाल पुनर्वास योजना
- मुख्यमंत्री महिला सशक्तीकरण योजना
- श्रेष्ठ शिक्षा गुणवत्ता प्रोत्साहन योजना
- मुख्यमंत्री विद्यार्थी कल्याण योजना
- बाल प्रतिभा छात्रवृत्ति योजना
- मुख्यमंत्री शोध प्रोत्साहन योजना
- कौशल आपके द्वार योजना
- मुख्यमंत्री मोबाइल क्लीनिक (एमसी) योजना
- गवर्नेंस एंड रिफॉर्म्स यूजिंग ड्रोंस(गरुड़)