हरियाणा शुगरफैड के चेयरमैन एवं शाहबाद के विधायक रामकरण ने गत देर सांय: सहकारी चीनी के डोंगा पर गन्ने का निरक्षण किया व उपस्थित किसानों का आह्वान किया कि वे मिल को ताजा व गोला पत्ती रहित गन्ने की सप्लाई करे ताकि मिल की चीनी कि रिकवरी दर बढ़ सके। निरक्षण किया इस दौरान मिल के प्रबन्ध निदेशक विरेन्द्र चौधरी व मिल के अन्य अधिकारी भी उनके साथ रहे।
शुगरफैड चेयरमैन ने अधिकारियों की बैठक ली व संबोधित करते हुए कहा कि कैथल चीनी मिल की वर्तमान पिराई सत्र के दौरान चीनी की रिकवरी दर अन्य मिलों की अपेक्षाकृत कम है जो मिल के लिए चिंताजनक है। चीनी की रिकवरी दर को बढ़ाने के लिए भरसक प्रयास किए जाएं तथा किसानों को साफ-सुथरा व गोला-पत्ती रहित गन्ना आपूर्ति करने के लिए प्रोत्साहित किया जाए।
मिल के प्रबन्ध निदेशक विरेन्द्र चौधरी ने कहा कि गन्ने में बिमारी के कारण इस वर्ष गन्ने में चीनी की रिकवरी दर प्रभावित हुई है तथा खेतों में प्रति एकड़ गन्ने का उत्पादन भी कम हो रहा है। इसके बावजूद मिल द्वारा चीनी की रिकवरी दर बढ़ाने के प्रयास किए जा रहे हैं तथा अधिकारियों को इस बारे में विशेष दिशा-निर्देश दिए गए हैं।
उन्होंने आश्वस्त किया कि मिल को क्षमता के अनुसार लगातार चलाया जाएगा, जिससे मिल की कार्यशैली और बेहतर हो सकेगी। उन्होंने बताया कि ब्वायलिंग हाउस की कार्यप्रणाली के सभी मानकों का बारीकी से अवलोकन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि गन्ने की अच्छी क्वालिटी हेतु किसानों को ताजा व गोला पत्ती रहित गन्ना आपूर्ति करने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। गन्ना विभाग के कर्मचारी रोजाना खेतों में जाकर किसानों से सीधा सम्पर्क स्थापित कर रहे हैं ताकि गन्ने की गुणवत्ता में सुधार होने से चीनी की रिकवरी दर बढ़ सके।
इस मौके पर मिल के मुख्य अभियंता ए.ए. सिद्दीकी, मुख्य रसायनविद् कमलकान्त तिवारी, गन्ना प्रबन्धक रामपाल सिंह, गन्ना विपणन अधिकारी देशराज सिंह, लैब इन्चार्ज सत्यजीत सहित मिल के अन्य अधिकारी बैठक में उपस्थित रहे।