हरियाणा के पानीपत में बीते शनिवार को दोपहर बाद घर के बाहर खेल रहे 10 वर्षीय बच्चे के अपहरण होने के मामले का पटाक्षेप हो गया है। पुलिस जांच में बच्चे का पिता का दोस्त ही अपहरणकर्ता निकला। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार करके उसकी निशानदेही पर बच्चे को उत्तर प्रदेश के कासगंज जिला के गांव बडौला से बरामद कर लिया है।
पुलिस पूछताछ में आरोपी ने खुलासा किया है कि तीन माह पहले बच्चे का पिता उसकी पत्नी को भगा ले गया था। जिससे उसकी समाज में काफी बदनामी हुई थी। उसी बदनामी का बदला लेने के लिए वह बच्चे का अपहरण करके अपनी बहन के पास छोड़ आया था। उसे विश्वास था कि बेटे के अपहरण के बाद बच्चे का पिता उसकी पत्नी को वापस सौंप देगा। पुलिस ने गहनता से पूछताछ के बाद आरोपी को अदालत में पेश करके न्यायिक हिरासत में जेल भिज दिया है।
सीसीटीवी से खुला था अपहरण का राज
जांच अधिकारी सहायक उप निरीक्षक जगदीश प्रसाद ने बताया कि सिटी केबल वाली गली 8 मरला कॉलोनी निवासी 40 वर्षीय महिला ने बीती 10 अप्रैल को चौकी में शिकायत दर्ज करवाई थी कि उसके 2 बेटे व एक बेटी है। उसका सबसे छोटा बेटा 10 वर्षीय रॉकी जो चाौथी कक्षा में पढ़ता है, 9 अप्रैल की दोपहर को घर के बाहर गली में खेल रहा था। जहां से करीब 3 बजे बेटा अचानक गायब हो गया है।
उन्होंने अपने स्तर पर बेटे की हर जगह तलाश की, लेकिन कुछ सुराग नहीं मिल पाया है। शिकायत मिलते ही अपहरण की धाराओं के तहत केस दर्ज करके पुलिस ने बच्चे की तलाश शुरू कर दी थी। आसपास के क्षेत्रों में जब कैमरों की जांच की तो उनमें आरोपी पप्पू बच्चे को ले जाता दिखा। पुलिस ने जब पप्पू को गिरफ्तार करके गहनता से पूछताछ की तो उसने सारा राज उगल दिया कि उसने ही बच्चे का अपहरण करके उसे जिला कासगंज उत्तरप्रदेश में अपनी बहन के पास छोड़ रखा है। आरोपी की निशानदेही पर पुलिस ने बच्चे को बरामद कर लिया।
8 साल से है दोनों में गहरी दोस्ती
पुलिस जांच में सामने आया है कि आरोपी पप्पू व बच्चे का पिता ओम प्रकाश फैक्ट्री में काम करते थे और करीब 8 साल से दोनों में अच्छी दोस्ती थी। यहां तक कि परिवारों में आना-जाना भी था। आरोपी पप्पू की बहन भी ओम प्रकाश व उसे परिवार से अच्छी तरह से वाकिफ थी। इसी का लाभ उठाकर पप्पू बहाने से बच्चे को अपने साथ अपहरण करके उत्तर प्रदेश ले गया था।
पुलिस पूछताछ में पप्पू ने बताया कि तीन महीने पहले दोस्त ओम प्रकाश उसकी पत्नी को भगा ले गया था। जिससे क्षेत्र में उसकी काफी बदनामी हुई थी। वह उसे सबक सिखाना चाहता था, इसीलिए उसने रॉकी का अपहरण किया व अपनी बहन के घर छोड़ आया ताकि बेटे के अपहरण का पता लगने पर ओम प्रकाश पत्नी को उसके पास छोड़ जाए। गहनता से पूछताछ के बाद जांच टीम ने आरोपी को अदालत में पेश किया। वहां से उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेजा गया है