कैथल की एन.आई.आई.एल.एम यूनिवर्सिटी में डॉ. भीम राव अम्बेडकर की 131 वीं जयंती बड़ी धूमधाम से मनाई गई। यूनिवर्सिटी के कॉन्फ्रेंस हाल में सभी स्टॉफ मेंबर इकट्ठा हुए और डॉ. भीम राव अम्बेडकर की प्रतिमा को श्रद्धासुमन अर्पित किए। इस अवसर पर यूनिवर्सिटी के वाईस चांसलर प्रोफेसर डॉ. एस.एस तेवतिया ने कहा की पूरा देश भारत रत्न डॉ भीम राव अम्बेडकर के अतुलनीय योगदान के लिए सदा ऋणी रहेगा। उन्होंने समाज के पिछड़े वर्ग के उत्थान के लिए कार्य किया जिसके लिए उन्हें सदा याद किया जायेगा। बाबा साहेब का जीवन अपने-आप में एक मिसाल है, जिससे लोगों को उनके जीवन से प्रेरणा लेने की जरूरत है। उन्होंने भारत के की एकता व अखंडता को बनाये रखने के लिए संविधान निर्माण में अतुलनीय योगदान दिया है। आज हर नागरिक को शिक्षा व समानता का अधिकार मिला जिससे महिलाओं को भी पुरुषों के समान अधिकार मिले। जिस तरह से उन्होंने एक गरीब परिवार से निकलकर संघर्ष किया जिसकी बदौलत आज उन्हें याद किया जाता है। इस अवसर पर स्टॉफ के अन्य सदस्यों ने भी अपने-अपने विचार साँझा करते हुए बाबा साहब भीम राव अम्बेडकर को याद किया। यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार विकासदीप कोहली ने कहा कि डॉ बीआर अम्बेडकर की बदौलत ही हमें आज वो कानून मिले हर आदमी को समानता का अधिकार दिलाते हैं।
इस अवसर पर डीन अकैडमिक प्रोफेसर एच.एस सिरोही, डीन रिसर्च प्रोफ़ेसर एस.के वशिष्ठ, रिसर्च कोर्डिनेटर डॉ जोगी बामनिया, डॉ मंजीत जाखड़, डॉ महेंद्र मुंडे, डॉ अजमेर पुनिया, डॉ कुलदीप सिंह, डॉ प्रवीण कुमार, डॉ गोल्डी बामनिया, डॉ गजेंद्र नैन, डॉ देशबंधु, डॉ सुभाष, एडमिन अतुल, नरेंद्र कुमार, सरबजीत, सलिंद्र, उषा, सरमित, शिल्पी, मधु, सुनैना मौजूद रहे।