उदयभान के हरियाणा कांग्रेस के नए प्रदेशाध्यक्ष बनने से हुड्डा समर्थकों में जोश आ गया है, क्योंकि उदयभान हुड्डा गुट के हैं, लेकिन इससे भी कांग्रेस में गुटबाजी खत्म होने के कोई आसार नहीं दिखते। शाहबाद के पूर्व विधायक अनिल धंतौड़ी ने ट्वीट किया है कि पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में अपने खड़ाऊं रख दिए हैं।
वहीं इस ट्वीट पर आम आदमी पार्टी ने भी तंज कसा है। आप नेता विवेक लांबा ने लिखा है कि कांग्रेस ही कांग्रेस को खत्म कर देगी। कांग्रेसी आपसी लड़ाई नहीं सुलझा सकते, प्रदेश क्या चलाएंगे। प्रदेश अध्यक्ष को पूर्व विधायक ने खड़ाऊं घोषित कर दिया है।
पंजाब की तरह होगी दुर्दशा
हरियाणा के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए कहा कि कांग्रेस ने पंजाब में जो मॉडल बनाया था, उसी को हरियाणा में लागू किया है। इसलिए जो दुर्दशा कांग्रेस की पंजाब में हुई है, उससे भी ज्यादा दुर्दशा कांग्रेस की हरियाणा में होगी।
9 अप्रैल को कुमारी सैलजा ने दिया इस्तीफा
बता दें कि कुमारी सैलजा ने कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष के पद से 9 अप्रैल को इस्तीफा सोनिया गांधी को सौंपा था, जो 27 अप्रैल को मंजूर हो गया। कुमारी सैलजा ने संगठन न खड़ा करने और हुड्डा गुट के विधायकों के मीटिंग में न आने पर ऐतराज जताया था।
4 कार्यकारी अध्यक्ष, नया प्रदेशाध्यक्ष दिया
पार्टी हाइकमान ने भी दलित, जाट, गुर्जर, ब्राह्मण और अग्रवाल समाज को एकजुट करते हुए 4 कार्यकारी अध्यक्ष लगा दिए हैं। पूर्व कांग्रेस सांसद श्रुति चौधरी जाट समाज से, रामकिशन गुर्जर समाज और पिछडा वर्ग से, जितेंद्र भारद्वाज ब्राह्मण और सुरेश गुप्ता अग्रवाल समाज से हैं। गुटबाजी खत्म करने को लेकर यह फॉर्मूला अपनाया गया है।