बिहार में इन दिनों पुलिसवालों पर शामत आन पड़ी है. एक तरफ जहां बालू के अवैध कारोबार में संलिप्त रहे अधकारियों पर एसयूवी और इओयू जैसी एजेंसियां शिकंजा कस रही हैं तो वहीं घुसखोरी के खिलाफ विजिलेंस की मुहिम भी लगातार जारी है. इस कड़ी में एक ASI को घूस लेना उस वक्त महंगा पड़ गया जब निगरानी की टीम ने 10 हजार रुपए घूस लेते हुए ASI को रंगे हाथ दबोच लिया और उसे गिरफ्तार कर पटना ले गयी.
मामला जहानाबाद जिले से जुड़ा है जहां एएसआई उपेंद्र मेहता जो कि घोसी थाने में तैनात हैं कोर्ट में केस डायरी और मोबाइल डिटेल्स भेजने के नाम पर रिश्वत ले रहा था. इसी दौरान थाना के पास एक चाय दुकान से निगरानी की टीम ने उसे दबोच लिया. विजिलेंस डीएसपी सुरेंद्र कुमार मऊआर ने बताया कि घोसी थाना के महमदपुर गांव के मणिभूषण कुमार का पड़ोसी के साथ विवाद था. इसे लेकर घोसी थाना में एफआईआर दर्ज कराई गई थी. उसी केस में कोर्ट द्वारा केस डायरी और मोबाइल डिटेल्स की मांग की गई थी.
इसे भेजने के लिए एएसआई द्वारा दस हजार रुपये रिश्वत की मांग की गयी थी जिसकी शिकायत पीड़ित ने पटना के निगरानी विभाग में की. मामले की खुफिया तरीके से जांच की गई तो शिकायत सच पाई गई. फिर निगरानी विभाग ने कार्रवाई करते हुए आरोपी एएसआई उपेंद्र प्रसाद मेहता को घूस की रकम लेते रंगे हाथ धर दबोचा. फिलहाल निगरानी की टीम उसे अपने साथ पटना ले गयी. अहले सुबह हुई इस कार्रवाई से पुलिस विभाग में हड़कंप मचा हुआ है. पकड़े गए एएसआई उपेंद्र मेहता ने जिले के कई थानों में अपनी सेवाएं दी है, हालांकि पहले उसके खिलाफ ऐसा कोई मामला नहीं आया था.