अंतर्राष्ट्रीय सर्जन की ख्याति प्राप्त कर चुके प्रसिद्ध सर्जन एवं समाजसेवी डॉ अनिल अग्रवाल ने एक और जटिल ऑपरेशन कर उस कवायत को एक बार फिर से जिंदा कर दिया है जिसमें डॉक्टरों को धरती का भगवान कहा जाता है. दरअसल डॉ अनिल अग्रवाल ने एक 25 वर्षीय महिला के पेट से 11 किलोग्राम का ट्यूमर व 4 फुट कैंसर ग्रस्त आंत को सफलतापूर्वक निकाल दिया. डॉक्टर के मुताबिक इस प्रकार का टयूमर लगभग एक करोड़ व्यक्तियों में से एक व्यक्ति में पाया जाता है.
महिला पेशेंट अंबाला के गांव शहजाद पुर की रहने वाली है. उसे गंभीर अवस्था में अग्रवाल अस्पताल लाया गया था. महिला के पेट में असहनीय दर्द हो रहा था, और उसे तीन दिन से लगातार उल्टी आ रही थी. महिला ने डॉक्टर को बताया कि उसका पिछले 8 माह से पेट बड़ा हो रहा है, लेकिन वह इसे गर्भावस्था मान रही थी. जब विभिन्न प्रशिक्षण करवाए गए तो पाया गया कि वह गर्भवती नहीं है बल्कि उसके पेट में बहुत बड़ा ट्यूमर है जो अब आंतों को भी अपनी गिरफ्त में ले चुका है और धीरे धीरे वह उन्हें पूरी तरह से ब्लॉक कर रहा है.
डॉक्टर ने महिला की जान बचाकर रचा इतिहास
सर्जन डॉक्टर अनिल अग्रवाल ने बिना समय गवाए तुरन्त महिला का ऑप्रेशन करने का निर्णय लिया. जो लगभग आठ घंटे लगातार चला. डॉक्टर अनिल अग्रवाल ने इस अनोखी बीमारी के बारे में बताया कि वैज्ञानिक भाषा में इस बीमारी को रैटरो पैरिटोनियल फाईबरो सार कोमा कहा जाता है जो कि बहुत ही खतरनाक किस्म का कैंसर है. इस प्रकार का ट्यूमर लगभग एक करोड़ व्यक्तियों में से एक व्यक्ति को पाया जाता है. डॉक्टर अग्रवाल के अनुसार अब महिला खतरे से बाहर है और उसे जल्द ही अस्पताल से छुट्टी दे दी जायेगी.
कई बार सम्मानित हो चुके हैं डॉक्टर अग्रवाल
गौरतलब है कि डा. अनिल अग्रवाल को कईं बार राष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित किया जा चुका है. बारह बार उन्हें हरियाणा के राज्यपाल द्वारा सम्मानित किया जा चुका है. हाल ही में उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इंटरनेशनल कॉलेज आफ सर्जन शिकागो अमरीका द्वारा मानद फैलोशिप से भी सम्मानित किया जा चुका है.