पुलिस पूछताछ में ये भी बात निकलकर आई की 2014 में आरोपी पुष्पेंद्र से भी किसी ने 20 लाख फिरौती मांगी थी और उसने फिरौती दे भी दी थी लेकिन डर के मारे पुलिस में कम्पलैंड नहीं दर्ज करवाई थी तो आरोपी ने खुद के साथ घटी घटना की तरह ही पूरी साजिस रची और हु-ब-हु चिट्ठी व कारतूस बिलकुल खुद के साथ घटी घटना के अनुसार भेजा गया ताकि फिरौती मिल जाए और अपना घाटा पूरा कर सके
कैथल.अपराधी अपने शातिरनामा अदांज से वारदातों को अजांम देते है लेकिन बदमाश कितना भी शातिर हो पुलिस की गिरफ्त में आ ही जाता है। ऐसे ही एक व्यक्ति से फिरौती मांगने के मामलें में दो आरोपी सीआईए-1 द्वारा काबू कर लिए गए है। दोनो आरोपी शनिवार को न्यायालय में पेश किए जाएंगे।
शुक्रवार की शाम एसपी मकसूद अहमद ने उक्त कामयाबी का खुलासा प्रैसवार्ता के माध्यम से करते हुए बताया। सीआईए-1 प्रभारी इंस्पैक्टर हितेंद्र सिंह की अगुवाई में एसआई कश्मीर सिंह की टीम द्वारा काफी मेहनत व जज्बे से काम करते हुए गोविंद कालौनी कैथल में एक व्यक्ति से 20 लाख रूपये की रंगदारी मांगने की वारदात को अजांम देने के मामले में दो आरोपी गिरफ्तार कर लिए गए। जिनकी पहचान पुष्पेंद्र निवासी गोविंद कालौनी करनाल रोड कैथल व जगदीश निवासी डोगरा गेट नीयर नीमसाहब गुरुद्वारा कैथल के रुप में हुई।
एसपी मक़सूद अहमद ने बताया कि दर्शन निवासी गोविंद कालौनी करनाल रोड कैथल की शिकायत अनुसार उसकी सब्जी मंडी में सब्जी की आढत की दुकान है। 9 जून को सुबह के समय शिकायतकर्ता अपना काम निपटा कर घर आया तो उसे घर के गेट के अंदर एक पिले रंग का लिफाफा पडा हुआ मिला। जिस पर उसकी दुकान का पता लिखा होने के साथ साथ लिफाफे के अंदर एक पत्र लिखा हुआ मिला। जिसमें अज्ञात व्यक्ति ने 20 लाख की फिरौती मांग रखी थी तथा साथ में एक कागज में लिपटा कारतूस भी था। फिरौती न देने के सुरत में उसके परिवार को जान से मारने की धमकी दी गई। जिस पर थाना सिविल लाईन में विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया था। पुलिस द्वारा की गई हर पहलू पर जांच दौरान दो आरोपी काबू किए गए। प्रारभिंक पुछताछ दौरान आरोपी पुष्पेंद्र ने कबूल किया कि वह दर्शन का पडौसी है। उसका कामकाज अच्छी तरह नही चल रहा था और उसको पैसे की काफी देनदारी हो गई थी। उसने ने अपने नौकर जगदीश के साथ शार्ट कट तरिके से पैसे कमाने की योजना बनाई और अपने पडौसी दर्शन से चिटठी के माध्यम से 20 लाख की फिरौती की मांग की। पुलिस पूछताछ में ये भी बात निकलकर आई की 2014 में आरोपी पुष्पेंद्र से भी किसी ने 20 लाख फिरौती मांगी थी और उसने फिरौती दे भी दी थी लेकिन डर के मारे पुलिस में कम्पलैंड नहीं दर्ज करवाई थी तो आरोपी ने खुद के साथ घटी घटना की तरह ही पूरी साजिस रची और हु ब हु चिट्ठी व कारतूस बिलकुल खुद के साथ घटी घटना के अनुसार भेजा गया ताकि फिरौती मिल जाए और अपना घात आरोपी पूरा क्र सके। जांच दौरान आरोपी पुष्पेंद्र के कब्जे से एक कारतूस व आरोपी जगदीश के कब्जे से एक बाईक बरामद की गई। दोनो आरोपी कल शनिवार को न्यायालय में पेश किए जाएगें।