गुरूग्राम. अमेरिकी मूल के लोगों के साथ ठगी करने वाले फर्जी कॉल सेन्टर का मुख्यमंत्री उड़नदस्ता गुरुग्राम, थाना प्रबंधक उद्योग विहार और थाना साइबर क्राइम वेस्ट की सयुक्त टीम ने भंडाफोड़ किया है. पुलिस टीम की माने तो आरोपी यूएस के नागरिकों को पॉपअप भेजकर अपना शिकार बना रहे थे. कम्प्यूटर सिस्टम को वायरसग्रस्त का फर्जी मैसेज भेजकर उनसे कॉल प्राप्त करने के बाद अमेरिकी नागरिकों के साथ धोखाधड़ी करते थे. इतना ही नहीं चाइल्ड पोर्नाेग्राफी का डर दिखाकर बताते थे कि उनकी बैंक डिटेल्स लीक हो चुकी है. जिसकी वजह से उनका बैंक बैलेंस इनसिक्योर है. जिसकी ऐवज में लोगों से एंटीवायरस डाउनलोड कराने के नाम पर 200 से 900 डॉलर लेते थे. वे गूगलपे, ईपे, स्टीम, एप्पल, बेस्टबे और टारगेट गिफ्ट कार्ड के माध्यम से पैसे लेते थे.
आरोपी पहले उद्योग विहार फेस- 5 गुरूग्राम में अवैध कॉल सेंटर चलाते थे. फिर वहां से बन्द करके कुछ समय पहले एस लाल टावर तीसरी मजिंल उद्योग विहार गुरुग्राम में चलाने लगे. वहीं, छापेमारी के दौरान पुलीस टीम ने 18 लड़के और 4 लड़कियां को अग्रेजी भाषा में हेडफोन लगाकर बात कर हुए पाया. पुलिस टीम ने जब कॉल सेन्टर से सम्बन्धित जरूरी कागजात, कंपनी रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट, DOT लाइसेंस, MODE OF PAYMENT आदि जानकारी मांगी तो कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला और न ही कोई कागजात पेश किए गए.
आईटी एक्ट के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है
इस पर पुलिस टीम ने कॉल सेंटर संचालक शशांक राठौड़, अभिषेक पांडे, मैनेजर विवेक शिंदे, नीरज जोशी, इस सिंह चौहान, पार्थ शर्मा, तोकिर अंसारी, नरेन्द्र, विजय चौहान, जय भगेला, भिमेश, रोहित चौहान, दीप महता, वत्सल, प्रदीप विशाल, गौरव शर्मा व आविष्कार को हिरासत में ले लिया. वहीं, पूछताछ में ज्ञात हुआ कि यह कॉल सेंटर एस. लाल टावर उद्योग विहार गुरुग्राम में पिछले कुछ महीनों से ढ़ाई लाख रुपए प्रतिमाह किराए पर लेकर थर्ड फ्लोर पर चलाया जा रहा था. पुलिस ने आरोपियो के पास से 3 मोबाइल फ़ोन, 3 लैपटॉप, 1 इंटरनेट मोरडम, लेन कंटेनर व 13480 रूपये नगद बरामद किये हैं. पुलिस ने सभी के खिलाफ आईटी एक्ट के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.