मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज का स्वरूपरानी नेहरू अस्पताल मंडल का सबसे बड़ा अस्पताल है। 10 माड्यूलर ओटी के लिए करीब 33 करोड़ रुपये का बजट सरकार की ओर से जारी किया गया था। जिसमें आठ ओटी बनकर तैयार है लेकिन इसकी गुणवत्ता पर सवाल उठे रहे हैं।
बुधवार को उस समय आर्थो की ओटी में शार्ट सर्किट से आग लग गई जब डॉक्टर मरीज का ऑपरेशन कर रहे थे। डॉक्टरों की सूझबूझ से बड़ा हादसा तो टला लेकिन अब सवाल यह उठता है कि एक ओटी के निर्माण में करीब 3 करोड़ रुपये का बजट खर्च किया जाता है।
फिर गुणवत्ता इतनी घटिया कैसे? कार्यदायी संस्था उत्तर प्रदेश राजकीय निर्माण निगम और मेडिकल कॉलेज के अफसरों की बंदरबांट से आज माड्यूलर ओटी की गुणवत्ता प्रश्न चिह्न लग गए हैं।
डिप्टी सीएम ने किया था लोकार्पण
दरअसल, एसआरएन अस्पताल में माड्यूलर ओटी के लिए 2011 में मायावती की सरकार ने बजट दिया था। लेकिन लापरवाही के चलते इसे पूरा होने में कई बरस लग गए। अभी दो माह पहले 12 जून को आर्थो की ओटी का लोर्कापण प्रदेश के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक द्वारा किया गया था।
इसी तरह सात अन्य 7 माड्यूलर ओटी का लोकार्पण भी पूर्व चिकित्सा शिक्षा मंत्री आशुतोष टंडन व अन्य माननीयों द्वारा किया गया था। उधर, मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. एसपी सिंह का कहना है कि आग कैसे लगी इसकी जांच कराई जा रही है।
सुपर स्पेशियलिटी हास्पिटल का निर्माण भी घटिया
एसआरएन अस्पताल परिसर में ही सुपर स्पेशियलिटी बना है। इस नवनिर्मित ब्लाक को मानक के विपरीत बनाया गया है। यहां दो एक माह में चार बार फाल सिलिंग कर गिर चुका है। मामला शासन स्तर तक पहुंचा है लेकिन अभी तक जिम्मेदारों पर काेई कार्रवाई नहीं हुई।