पंजाब में झूठे केस दर्ज करवाना एक परंपरा बन गई है। पहले अकालियों की सरकार होती थी तो कांग्रेसी नेताओं-पदाधिकारियों पर झूठे केस दर्ज होते थे। जब कांग्रेस पार्टी सत्तासीन होती थी तो अकालियों पर झूठे मुकद्दमे दर्ज होते थे, लेकिन बदलाव के साथ सत्ता में आम आदमी पार्टी की सरकार आई तो लोगों ने सोचा कि शायद यह परंपरा खत्म हो जाएगी, लेकिन यह पुरानी परंपरा नई सरकार में भी जारी है। अब आप के विधायकों पर भी झूठे केस दर्ज करवाने के आरोप लगने लगे हैं।
जालंधर को 2 विधायक झूठे मुकद्दमे दर्ज करवाने को लेकर इन दिनो खास चर्चा में हैं। अभी पिछले दिनों बस्ती दानिशमंदा में हुए गोलीकांड को लेकर जहां जालंधर वेस्ट के विधायक शीतल अंगुराल पर झूठे केस दर्ज करवाने के आरोप लगे। वहीं नया मामला करतारपुर के विधायक से जुड़ा है। जालंधर के पार्षदों ने मकसूदां की एक प्रॉपर्टी को लेकर करतारपुर के विधायक बलकार सिंह, जो विधायक बनने से पहले पुलिस अफसर रह चुके हैं, पर दबाब बनाकर झूठा केस दर्ज करवान का आरोप लगाया है।
दानिशमंदी गोलीकांड को लेकर तो कांग्रेस के वेस्ट से विधायक रहे सुशील रिंकू के एक समर्थक परिवार ने रविदास चौक पर धरना ही लगा दिया था। रिंकू के समर्थक सुरेंद्र औऱ उसके भाई लाली ने सरेआम चौक पर चीख-चीख कर आरोप लगाए थे कि जिस दिन झगड़ा हुआ, वह घर पर थे ही नहीं, लेकिन फिर भी केस में उनका नाम आ गया। उन्होंने पुलिस के अधिकारियों को CCTV फुटेज भी दी थी। पूर्व पुलिस कमिश्नर ने FIR रद्द करने के आदेश भी दिए, लेकिन निचले स्तर के अधिकारी दबाब बना रहे हैं कि विधायक शीतल अंगुराल से बात करो, उसके बाद पर्चा रद्द करेंगे। हालांकि जिस पार्टी की शिकायत पर केस दर्ज हुआ था, उसका राजीनामा भी हो चुका है।
अब कांग्रेस के पार्षदों निर्मल सिंह निम्मा और अकाली नेता HS वालिया ने करतारपुर के विधायक बलकार सिंह पर झूठे केस दर्ज करवाने के आरोप लगाए हैं। अकाली नेता HS वालिया ने कहा जिस दिन मुकदमा दर्ज हुआ, वह तब घटनास्थल पर मौजूद नहीं थे, जिसकी CCTV कैमरे की रिकॉर्डिंग उनके पास है। जिस समय मुकदमा दर्ज हुआ, उस समय वह पहले करतारपुर और बाद में कांग्रेस पार्षद निर्मल सिंह निम्मा के दफ्तर से खाना खाकर पठानकोट चले गए थे। वह CCTV फुटेज SSP देहात को सौंपेंगे। अकाली नेता ने आरोप लगाया कि करतारपुर के विधायक बलकार सिंह के कहने पर पुलिस थाना लांबड़ा, मकसूदां और करतारपुर में बिना किसी जांच के लोगों पर झूठे मुकदमे दर्ज किए जा रहे हैं।