पिहोवा – सूरजमुखी समेत अन्य फसलों के एमएसपी की मांग को लेकर फिर विवाद में अब राजनीतिक दलों के नेता भी आमने-सामने हो गए हैं। भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष मनदीप सिंह विर्क ने भारतीय किसान यूनियन के नेता गुरनाम सिंह चढ़ूनी पर किसानों को गुमराह करके शांति भंग करने का आरोप लगाया है।
उन्होंने कहा कि गुरनाम सिंह की पत्नी 2014 में आम आदमी पार्टी से चुनाव लड़ चुकी हैं जिसमें उनकी जमानत जब्त हो गई थी। अब दोबारा फिर से 2024 के चुनाव नजदीक देखकर किसानों के कंधे का सहारा लिया जा रहा है। यदि गुरनाम सिंह सही में किसान हितैषी हैं तो उनको पंजाब में किसानों के हकों की लड़ाई की आवाज उठानी चाहिए।
शाहाबाद की मंडियों में सूरजमुखी का दाम 4800 रुपए प्रति क्विंटल
वे पंजाब के किसानों के हक की लड़ाई में खुद उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर साथ देंगे। किसान रेस्ट हाउस में पत्रकारवार्ता में भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष विर्क ने कहा कि शाहाबाद की मंडियों में सूरजमुखी का दाम 4800 रुपए प्रति क्विंटल मिल रहा है। इसके अलावा भावांतर भरपाई योजना के तहत 1000 रुपए प्रदेश सरकार द्वारा दिए जाने के मैसेज भी किसानों को मिल चुके हैं। उसके बावजूद जो डिफरेंस रहेगा। उसे भी सरकार पूरा करने के लिए तैयार है। ऐसे में किसानों को गुमराह करके आंदोलन खड़े करने का कोई औचित्य नहीं बनता।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने सूरजमुखी उत्पादक किसानों को राहत देते हुए 36,414 एकड़ की खेती के लिए 8,528 किसानों को अंतरिम भावांतर भरपाई राशि के रूप में 29 करोड़ 13 लाख 12 हजार की राशि डिजिटल माध्यम से सीधे किसानों के खातों में भेजी। जबकि पंजाब में सूरजमुखी 4000 से 4200 रुपए में खरीदी जा रही है। इसके प्रमाण स्वरूप उनके पास पंजाब की मंडियों के जे फार्म भी हैं।
विर्क ने कहा कि भाजपा सरकार ने ही कांग्रेस से 8 गुना अधिक मुआवजा किसानों को दिया। कांग्रेस की सरकार ने अपने 10 साल के कार्यकाल में 1158 करोड़ रुपए का मुआवजा दिया। जबकि भाजपा ने अपने अब तक के कार्यकाल में 9,790 करोड़ रुपए मुआवजे के रूप में किसानों को दिए। उन्होंने कहा कि आंदोलन के नाम पर विपक्षी दल केवल 2024 की रणनीति तैयार कर रहे हैं।
खेती और एमएसपी से इनका कोई लेना-देना नहीं है। मौके पर मोर्चा के जिला उपाध्यक्ष जगपाल सिंह, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य तिलकराज संधौला, इस्माइलाबाद मोर्चा के प्रधान सोनू सुरमी व कर्मबीर जखवाला समेत कई नेता मौजूद रहे।