कांग्रेस महासचिव व सांसद रणदीप सिंह सुरजेवाला PGT-TGT भर्ती को लेकर हरियाणा सरकार पर भड़क गए। उन्होंने BJP-JJP सरकार पर हमला करते हुए कहा कि 2019 में हुई पीजीटी-टीजीटी भर्ती का अभी तक अता पता नहीं है। सरकार की युवा विरोधी नीतियों के कारण 40 हजार बच्चे दर दर की ठोकरें खा रहे हैं। हरियाणा के युवाओं के भविष्य से रोज खिलवाड़ की कवायद ही अब खट्टर सरकार का DNA है।
सरकार निकाल रही तुगलकी फरमान
उन्होंने कहा हरियाणा सरकार लगातार तुगलकी फरमान निकाल कर युवाओं को परेशान कर रही है। कौशल रोजगार निगम से नवंबर 2022 में हुई 2,069 अध्यापकों की भर्ती अब खारिज कर दी गई है। साथ ही चयनित बच्चों को नौकरी में जॉइनिंग अब सरकार के द्वारा नहीं दी जाएगी। सुरजेवाला ने कहा कि भर्ती करते वक्त क्या भाजपा-जजपा सरकार की अक्ल घास चरने गई थी?
PGT-TGT भर्ती पर उठाए सवाल
सुरजेवाला ने कहा कि साल 2019 में हुई PGT-TGT भर्ती का आज तक अता पता नहीं हैं। साल 2022 में फिर PGT-TGT की भर्ती प्रक्रिया हुई, पर उसे भी जानबूझ कर विवादों के घेरे में डाल दिया और आज तक कोई फैसला नहीं हुआ। एक बार फिर नुकसान तो बच्चों का हुआ और आज तक वो भटक रहे हैं पर न कोई सुनवाई और न कोई हल।
एचएसएसी के सॉफ्टेवर पर खड़े किए सवाल
कांग्रेस नेता सुरजेवाला ने कहा कि खट्टर-दुष्यंत सरकार व उनके HSSC की नई बेवकूफाना स्कीम देखिए। अब कहते हैं कि PGT-TGT भर्ती के लिए “सॉफ्टेवर” तैयार हो रहा है। उसके बाद स्क्रीनिंग और सब्जेक्टिव पैटर्न की जानकारी आएगी और उसके बाद भर्ती होगी। क्या सॉफ्टेवर भर्ती करेगा या HSSC? मूर्ख बनाने की भी कोई हद होती है। हरियाणा ने भी बंदरों के हाथ में उस्तरा पकड़ा दिया है।
सुरजेवाला ने पूछे तीन सवाल
सुरजेवाला ने सरकार से तीन सवाल पूछे हैं। उन्होंने पूछा है कि क्या खट्टर-दुष्यंत सरकार के निक्कमेपन व नाकारापन से युवाओं के खोए 5 साल – 2019 से 2023 के बीच CM-डिप्टी CM लौटा सकते हैं? क्या ऐसी निकम्मी भाजपा-जजपा सरकार को एक दिन भी सत्ता में बने रहने का अधिकार है? क्या युवाओं के भविष्य से हर रोज खिलवाड़ करने वाले HSSC को डिसमिस नहीं करना चाहिए?