सीवन नगरपालिका की ओर से नगर में से घर घर जाकर कचरा उठाने के लिए वाहन लगाए गए हैं। इसके साथ ही नगर में विभिन्न स्थानों पर लगाए गए कूड़ेदान का कचरा भी नगरपालिका के द्वारा खेतों के साथ ही नगरपालिका की जमीन पर खुले में डाला जा रहा है। इसके कारण से आस पास के किसानों और नगर निवासियों को परेशानी हो रही है।
नगरवासी समाजसेवी रोहतास सिसोदिया, महंत बलजीत नाथ, पालाराम, प्रीति पाल, संजय, राजवीर, दीपक, सोनू, दल सिंह, विजय, रिंकू, सुरेश का कहना है कि तेज हवा चलने से कचरे में से गंदगी से लिपटे हुए पॉलिथीन पास के खेतों में जा रहे हैं और फसलों को खराब कर रहे हैं। इसके कारण से किसानों की फसल प्रभावित हो रही है। नगरपालिका सीवन द्वारा रोजाना 10 क्विंटल के करीब शहर का कचरा बाहर खुले में डाला जा रहा है। गौरतलब है कि जहां यह कचरा डाला जा रहा है उसके पास में ही प्राचीन गुरु गोरखनाथ मंदिर है। मंदिर के साथ समाज के लोगों की बड़ी आस्था है और धार्मिक भावनाएं जुड़ी हुई हैं। कचरे के ढेर में से इतनी गंदी बदबू आ रही है कि यहां से निकलना भी दूभर हो रहा है। ऐसे में नगरपालिका को कचरे के निस्तारण के लिए उपयुक्त इंतजाम करना चाहिए।
समाजसेवी रोहतास सिसोदिया ने बताया कि नगरपालिका द्वारा फेंका जा रहा शहर का कचरा समाज की आस्था को चोट पहुंचा रहा है। लोगों की आस्था का प्रतीक गुरु गोरखनाथ मंदिर में प्रतिदिन समाज के लोग आस्था से माथा टेकने आते हैं। मंदिर के पास ही लगे गंदगी के ढेर से गंदी बदबू आती है। हम प्रशासन से मांग करते हैं कि यह गंदगी का ढेर मंदिर के पास से उठाकर कहीं और शिफ्ट किया जाए।
इस संबंध में सीवन नगरपालिका के सचिव राजेश शर्मा ने कहा कि शहर का जो कचरा नगर के बाहर डाला जा रहा है, इसका जल्द ही समाधान कर दिया जाएगा। कुछ ही दिनों में यह सारा कचरा कैथल में शिफ्ट कर दिया जाएगा। इसके लिए प्रोजेक्ट पर काम किया जा रहा है।