बरसात के मौसम से पहले स्वास्थ्य विभाग सतर्क हो गया है। विभाग डेंगू व मलेरिया से बचाव के लिए प्रयासरत है। इसी कड़ी में सिविल सर्जन डॉ. अशोक कुमार ने एलीजा टेस्ट के लिए 600 रुपये की राशि की निर्धारित की है। इसको लेकर जिले के सभी लैब संचालकों को पत्र जारी कर दिया गया है।
स्वास्थ्य विभाग के एंटी मलेरिया माह के तहत शुरू की गई एंटी लारवा गति लगातार जारी है। इस गतिविधि के तहत स्वास्थ्य कर्मी डेंगू व मलेरिया के बुखार की जांच करने के लिए घर-घर पहुंचकर सर्वे कर रहे हैं। विभाग की तरफ से जिले के 277 गांवों में कुल 282 टीमें गठित की गई हैं। टीमों ने अब तक एक लाख 75 हजार 606 घरों का सर्वे पूरा कर लिया है।
इस दौरान 4510 लोग बुखार से ग्रस्त मिले हैं। वहीं, राहत की बात यह भी है कि इन सभी लोंगों में अभी तक कोई भी मरीज मलेरिया से संक्रमित नहीं मिला है। सर्वे के तहत करीब 200 घरों में लारवा मिला हैञ इन घरों के मालिकों को विभाग ने नोटिस दिया है। यहां पर दवा डालकर लारवा नष्ट किया है।
गौरतलब है जिला पिछले पांच साल से मलेरिया मुक्त है। वर्ष 2017 से जिले में मलेरिया का कोई नया संक्रमित केस नहीं मिला है। इस अभियान को लेकर हर गांव व वार्ड में टीम गठित की गई हैं, जो लोगों को मलेरिया से बचाव व सावधानियों के बारे में जागरूक कर रही हैं। सिविल सर्जन डॉ. अशोक कुमार ने बताया कि बताया कि जल्द ही बरसात का मौसम शुरू होगा। इससे पहले ही स्वास्थ्य विभाग डेंगू व मलेरिया से बचाव के लिए कार्यरत है। अब एलीजा टेस्ट के लिए निजी लैब संचालकों के लिए 600 रुपये का दाम निर्धारित किया गया है।