कलायत के प्राचीन श्री कपिल मुनि सरोवर से गंदे पानी की निकासी और स्वच्छ जल भराव के लिए श्री कपिल मुनि तीर्थ कमेटी ने कमर कस ली है। कुुरुक्षेत्र विकास बोर्ड और चंडीगढ़ में शीर्ष अधिकारियों के समक्ष जल्द कमेटी सदस्य इस मांग को प्रमुखता से उठाएंगे।
इसके अलावा धरोहर के सौंदर्यीकरण और प्रस्तावित विकास कार्यों को प्रभावी ढंग से शुरू करवाने का आग्रह किया जाएगा। ताकि कलायत में पर्यटन को बढ़ावा मिल सके। यह निर्णय रविवार को प्रजापति धर्मशाला परिसर में कमेटी पदाधिकारियों की आयोजित बैठक में लिया गया। उल्लेखनीय है कि पिछले कुछ समय से सरोवर में दूषित जल के कारण भारी संख्या में मछलियों के मरने से अव्यवस्था का आलम है। इसके चलते दूर-दराज से सरोवर में स्नान और मंदिर में पूजा अर्चना के लिए आने वाले श्रद्धालुओं की आस्था को चोट पहुंच रही है।
कलायत के प्राचीन श्री कपिल मुनि सरोवर में दूषित पानी के घुसने के रंग पकड़ चुके मामले पर शासन-प्रशासन ने 12 जून को कड़ा संज्ञान लिया था। इसके तहत कलायत एसडीएम देवेंद्र शर्मा की निगरानी में विभिन्न विभागों के अधिकारियों की टीम सरोवर में पहुंची थी। इस दौरान दूषित पानी की निकासी और स्वच्छ जल भराव के मामले को लेकर रूप रेखा तय की गई। करीब 15 दिन का समय बीत जाने के बाद भी न तो उम्मीद के अनुरूप गंदे पानी की निकासी हुई और न ही इसमें घुस रहे गंदे पानी को रोकने के लिए अधिकारियों ने ठोस कदम उठाए।
आज भी विश्वकर्मा वाटिका के समक्ष भूमिगत पाइप लाइन का मैन हाल खुला पड़ा है। शायद अधिकारी हादसे की इंतजार में हैं।