उन्होंने कहा कि प्रभु का अवतार धर्म की स्थापना और अत्याचार का अंत करने के लिए होता है। कथावाचक ने कहा कि मनुष्य इस सांसारिक माया मोह में फंस कर अपने जीवन को व्यर्थ गंवा देता है। मनुष्य अपने मन के कुविचारों को निकाल कर परमेश्वर का ध्यान लगाता है तो वह मोक्ष की प्राप्ति करता है।
कथा के दौरान वासुदेव द्वारा भगवान कृष्ण को टोकरी में रखकर यमुना से होकर गोकुल ले जाने की मनमोहक झांकी प्रस्तुत की।
भगवान श्री कृष्ण के जयकारों के साथ भगवान कृष्ण का जन्म उत्सव बड़े ही धूमधाम के साथ मनाया। श्री भवानी मंदिर चीका आदर्श नाटक क्लब प्रधान कृष्ण धीमान ने कहा कि श्रीमद्भागवत कथा शाम सवा पांच बजे से शुरू होती है। विशिष्ट अतिथि नगरपालिका की अध्यक्ष डॉ. रेखा रानी मौजूद थीं। यजमान प्रमुख समाज सेवी धर्मपाल शर्मा दिल्ली वाले सपरिवार थे।