हरियाणा में कई जिलों में लगातार हो रही बारिश से बाढ़ जैसे हालत हो गए हैं। जिसके कारण प्रदेश के छह जिलों में रेड अलर्ट जारी किया है। घग्गर, टांगरी और मारकंडा नदी का जलस्तर बढ़ने से लोगों के घरों में पानी भर गया है।
अंबाला टांगरी में 8000 क्यूसिक पानी और आने को लेकर सिंचाई विभाग के अधिकारी ने आर्मी के अधिकारी के साथ राहत कार्य को लेकर चर्चा की। सिंचाई विभाग ने बांध टूटने की भी आशंका जताई है। साथ ही कहा कि अगर बांध टूटता है तो टांगरी का पानी कैंट की रिहायशी कॉलोनियों की तरफ मार करेगा तो भारी नुकसान हो सकता है। उधर उपायुक्त ने भी टांगरी के लोगों से पानी आने से पहले सुरक्षित स्थान पर जाने की अपील की है।
अंबाला डीसी ने लिया हालात का जायजा
उपायुक्त डॉ. शालीन ने घग्गर नदी, नरवाना ब्रांच, एसवाईएल व अंबाला शहर वाले क्षेत्रों का दौरा कर जलभराव की स्थिति का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने आपदा प्रबंधन टीमों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि भारी बारिश के चलते जिसे भी प्राकृतिक आपदा का सामना करना पड़ रहा है, उसके लिए जरूरी कदम उठाएं जाए।
यमुना का जलस्तर बढ़ रहा
पानीपत में यमुना का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। हथीनीकुंड बैराज से रविवार को सुबह से शाम तक अलग-अलग चरण में 1.98 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया था। यमुना में बैरिकेड्स से आगे स्नान पर रोक लगा दी है। पुलिस भी लगातार गश्त कर रही है। इसके अलावा ग्राम पंचायत सरपंच और ग्राम सचिव की ड्यूटी लगाई है। सरपंचों ने गांवों में अलर्ट रहने की मुनादी गांवों में कराई है
टांगरी नदी ओवरफ्लो होने से कॉलोनी वासी फंसे
अंबाला छावनी स्थित टांगरी नदी में अचानक से रविवार को अत्यधिक पानी आ गया था। जिसके कारण आसपास बनी करीब 45 कॉलोनियां इसमें पूरी तरीके से जलमग्न हो गई। सोमवार को लोगों को लगा कि उन्हें राहत मिलेगी, मगर फिर से सुबह तेज बारिश होने लगी और नदी का जलस्तर लगातार बढ़ता गया। जिससे जो लोग अपने घरों की छतों पर फंस गए। रेस्क्यू अभियान में लगभग 400 लोगों को रेस्क्यू किया गया, इसमें बच्चे, बुजुर्ग व महिलाएं शामिल थी।
23 फुट पर पहुंचा तो होगा भारी नुकसान
ऊपरी क्षेत्रों में यदि अगले दो तीन दिनों तक बरसात यूं ही जारी रही तो घग्गर नदी का जल स्तर खतरे के निशान को पार कर सकता है। इस स्थिति में पानी रिंग बांध को नुकसान पहुंचा सकता है। यदि ऐसी स्थिति पैदा होती है तो हलका गुहला के बोपुर, कमेहड़ी, गगड़पुर, अरनौली, छन्ना जट्टान, दाबा, चाबा, सरोला, भूंसला, खंबेहड़ा सहित दो दर्जन गांवों के साथ साथ पंजाब के भी आधा दर्जन गांवों के किसानों को भारी नुकसान झेलना पड़ सकता है
इन गांवों की हजारों एकड़ धान की फसल पानी में डूबी
कैथल में रविवार की रात को पहाड़ी क्षेत्रों में बारिश के चलते अचानक घग्गर का जलस्तर बढ़ गया। पानी किनारों को लांघकर भूंसला एरिया के गांव सिहाली, मैगड़ा, रत्ता खेड़ा, मंझेड़ी, बुड्डनपुर, भूंसला, डडोंता, मोहनपुर के खेतों में से बहने लगा है। इन गांवों की हजारों एकड़ धान की फसल पानी में डूब गई है।
घग्गर नदी का पानी गांवों तक पहुंचा
एक तरफ जहां टांगरी नदी अपना प्रकोप दिखा रही है वहीं दूसरी तरफ घग्गर नदी भी विकराल रूप धारण कर चुकी है। जिसके कारण से हिसार को जाने वाला राजमार्ग और लुधियाना को जाने वाला राजमार्ग पूरी तरीके से बंद कर दिया गया है। घग्गर का पानी शहर को तो डूबो की चुका है वहीं इसके साथी नदी के पानी ने कई गांव को भी अपनी चपेट में लिया है। यही हाल मारकंडा नदी का है जिसका पानी गांव में घुस चुका है।
27 यात्रियों तो सुरक्षित निकाला गया
अंबाला के मुलाना में हाईवे पर आए मारकंडा पानी के तेज बहाव में हिमाचल डिपो की बस पलटी गई। जिसमें कुल 27 यात्री सवार थी। हालात को संभालते हुए पुलिस ने हाईड्रोलिक क्रेन की मदद से सभी यात्रियों को सुरक्षित निकाल लिया। मिली जानकारी के अनुसार बस यमुनानगर से अंबाला की तरफ जा रही थी।
ग्रुप-सी भर्ती के लिए शारीरिक माप परीक्षण को टला
हरियाणा स्टाफ सिलेक्शन कमीशन ने बारिश के चलते ग्रुप-सी भर्ती के लिए होने वाली शारीरिक माप परीक्षण को टाल दिया है। एचएसएससी के चेयरमैन भोपाल सिंह ने खदरी ने बताया कि जल्द ही नई डेट जारी की जाएगी।