पहाड़ों पर प्रलय मचाने के बाद नदियां अब हरियाणा के मैदानी भागों में प्रलय मचा रही हैं। अब तक राज्य के 13 जिलों में यमुना का पानी घुस चुका है। 240 गांव बाढ़ की चपेट में आ गए हैं। धीरे धीरे यमुना का पानी अब आगे की और बढ़ रहा है, इससे आज पांच अन्य जिलों में खतरा ज्यादा बढ़ गया है। इनमें जींद, फतेहाबाद, फरीदाबाद, पलवल, सिरसा जिले शामिल हैं।
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल हवाई सर्वेक्षण के बाद इन जिलों को अलर्ट मोड पर रखने के निर्देश दे चुके हैं। जिन गांवों में बाढ़ का पानी उतर गया है कि वहां सरकार की तरफ से तीन दिनों तक विशेष चिकित्सकीय कैंप लगाए जाएंगे।
हरियाणा ने बढ़ाई राजस्थान की चिंता
दिल्ली के बाद हरियाणा ने अब राजस्थान की चिंता बढ़ा दी है। सिरसा में घग्गर का जलस्तर आज 16 हजार क्यूसेक पहुंच गया है। जलस्तर बढ़ने पर ओट हैड में से राजस्थान साइफन की ओर करीब 7600 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। ओटू हैड से निकलने वाली सभी नहरों में सिंचाई विभाग ने पानी छोड़ दिया है। घग्गर के गुहला चीका, खनौरी हैड पर गेज ओवरफ्लो हो चुकी है। जबकि पंजाब के सरदूलगढ़ में 21 हजार क्यूसेक जलस्तर है। वहीं फतेहाबाद के टोहाना क्षेत्र में पंजाब की ओर घग्गर के टूटने के कारण सिरसा में तेजी से बढ़ते जलस्तर की रफ्तार थोड़ी कम हो गई है। हालांकि इस क्षेत्र में बांध टूटने से पानी सिरसा की सीमा पर स्थित गांवों को अपनी चपेट में ले सकता है।
हरियाणा 7 शहरों में आज ऑरेंज अलर्ट
अंबाला, कालका, बराडा, जगाधरी, छछरौली, नारायणगढ़, पंचकूला में चंडीगढ़ मौसम विभाग ने तीन घंटे का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग की ओर से आशंका दोपहर 12 बजे तक यहां गरज-चमक के साथ बारिश होने की संभावना है। साथ ही आकाशीय बिजली गिरने की भी संभावना बनी हुई है। इस दौरान 40 से 60 किलोमीटर स्पीड से हवाएं भी चलेंगी।
कुछ जिलों में आज भी बारिश
चंडीगढ़ मौसम विभाग की और से कहा गया है कि हरियाणा में दो दिन मानसून कमजोर रहेगा। इसके बाद भी आज और कल कुछ ही जिलों में छिटपुट बारिश होने का अनुमान है। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार सूबे में अभी खतरा टला नहीं है। पहाड़ों में लगातार हो रही बारिश से राज्य की नदियां खासकर यमुना हालात खराब कर सकती है। हालांकि 15 के बाद से फिर से राज्य में मानसून एक्टिव हो जाएगा।
अलग-अलग इलाकों में 10 लोगों की मौत हो गई है
बाढ़ और जलभराव से प्रदेश के अलग-अलग इलाकों में 10 लोगों की मौत हो गई। CM मनोहर लाल ने आपदा में जान गंवाने वालों के परिवारों को चार लाख रुपए सहायता राशि देने और मकानों की मरम्मत के लिए सहायता राशि देने की घोषणा की है।
इधर, पानीपत के बाद यमुना ने सोनीपत के इलाकों में नुकसान पहुंचाना शुरू किया। जाजल से टोंकी रोड पर पानी भरने व रास्ता टूटने से संपर्क बाधित हो गया है। फरीदाबाद में यमुना से लगते गांवों में पानी घुसना शुरू हो गया। करीब 10 हजार घरों में नदी का पानी भर गया है।
अंबाला का हिसार से संपर्क टूटा
अंबाला का हिसार मार्ग से संपर्क अब भी टूटा हुआ है। इस रूटों पर बसों का संचालन बंद है। यहां बाढ़ प्रभावित गांवों में छतों तक पानी है और गलियों में नाव भी नहीं जा पा रही है। कुरुक्षेत्र में 15 से ज्यादा गांवों का संपर्क जिला मुख्यालय से कटा है। 10 से ज्यादा रूटों पर बसें बंद हैं।
इससे रोडवेज को रोजाना दो लाख रुपए का नुकसान हो रहा है। पिहोवा से पंजाब जाने वाले रास्ते बंद हैं। कस्बे के गांव दीवाना में एनडीआरएफ की टीम ने लोगों को बचाया। कैथल में पंजाब बॉर्डर पर चीका व समाना और पटियाला क्षेत्र में 50 गांवों से संपर्क टूटा हुआ है।
अंबाला से पंजाब जाने वाले रास्तेअभी भी बंद है
अंबाला में चंडीगढ़ और बठिंडा मार्ग खुल गया है। अब प्रशासन ऊना और सहारनपुर मार्ग को खोलने की तैयारी में है। कैथल में अंबाला व चंडीगढ़ के अलावा पंजाब के पटियाला से संपर्क टूट चुका है। पंजाब बॉर्डर पर चीका व समाना और पटियाला क्षेत्र में 50 गांवों से संपर्क टूटा हुआ है।
कैथल में हिसार-चंडीगढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग पिहोवा से आगे बंद है। साथ ही कैथल-पटियाला राजमार्ग पूरी तरह से बंद हो गया है। यहां रोडवेज ने जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश व पंजाब के अलावा उत्तर प्रदेश के कई जिलों के रूट बंद कर दिए हैं। चंडीगढ़ जा