कुरुक्षेत्र में सरस्वती ओवरफ्लो होने के चलते भी आसपास का शहरी व ग्रामीण एरिया पूरी तरह से जलमग्न है। लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। शाहाबाद में भले ही अब मारकंडा में 26 हजार क्यूसेक पानी रह गया है।
कुरुक्षेत्र धर्मनगरी में बाढ़ के हालात सुधरने की बजाए बिगड़ते जा रहे हैं। प्रशासन द्वारा किए जा रहे प्रयास नाकाफी साबित हो रहे हैं। अब पानी पर नियंत्रण की बजाए बाढ़ में फंसे लोगों को निकालने में अमला जुटा है। गांव ठोल के पास नरवाना ब्रांच नहर व गांव दबखेड़ी के पास टूटी ड्रेन आज तक बंद नहीं हो पाई है, जिसके चलते शहर के दीदार नगर, शांति नगर, आजाद नगर व कल्याण नगर तक जलभराव हो चुका है।